पेरिस। फ्रांस के दक्षिणी इलाके में इस साल का पहला स्थानीय रूप से फैला चिकनगुनिया वायरस का मामला सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है। यह मामला वर (Var) क्षेत्र के ला क्रो (La Croix) शहर में सामने आया है। क्षेत्रीय स्वास्थ्य एजेंसी ARS ने पुष्टि की है कि संक्रमित व्यक्ति ने हाल के दिनों में किसी भी अन्य संक्रमित देश की यात्रा नहीं की थी, जिससे यह संक्रमण स्थानीय मच्छरों से हुआ माना जा रहा है।
चिकनगुनिया मच्छरों के ज़रिए फैलने वाली एक वायरल बीमारी है, जो आमतौर पर तेज़ बुखार, जोड़ों में असहनीय दर्द, सिरदर्द और शरीर पर चकत्तों जैसे लक्षणों से पहचानी जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, यदि संक्रमण स्थानीय रूप से फैला है, तो इसका मतलब है कि वायरस फैलाने वाले मच्छर अब फ्रांस के अंदर ही सक्रिय हो चुके हैं।
इलाके में संक्रमण के स्रोत और इसके फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रहे हैं और संभावित लक्षणों की निगरानी कर रहे हैं। साथ ही संक्रमण पर काबू पाने के लिए कीटनाशकों का छिड़काव, जनजागरूकता अभियान और बचाव उपाय तेजी से अपनाए जा रहे हैं।
इस बीच, फ्रांस के बाहर स्थित ला रीयूनियन द्वीप पर चिकनगुनिया का कहर जारी है। वहां अब तक 53,749 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 23 लोगों की मौत हो गई है।
अमेरिकी संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने हाल ही में दुनिया के कई देशों में चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए यात्रा चेतावनी जारी की है। इसमें केन्या, मेडागास्कर, मॉरिशस, मायोट, रीयूनियन, सोमालिया और श्रीलंका जैसे देश शामिल हैं। CDC ने यात्रियों को सलाह दी है कि मच्छरों से बचाव के लिए कीटनाशकों का प्रयोग करें, पूरी आस्तीन वाले कपड़े पहनें, और एयर कंडीशनिंग या जालीदार दरवाजों-खिड़कियों वाले स्थानों पर ठहरें। साथ ही जोखिम वाले क्षेत्रों में जाने वालों को टीका लगवाने की भी सिफारिश की गई है।
फ्रांस में यह पहला स्थानीय मामला सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए चेतावनी है कि बदलते मौसम और जलवायु के साथ अब ये बीमारियां सीमाओं की परवाह किए बिना किसी भी देश में पांव पसार सकती हैं।