वेटिकन सिटी: पोप फ्रांसिस के शनिवार को होने वाले राजकीय अंतिम संस्कार से पहले उनके ताबूत को सील करने की धार्मिक रस्म की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। रोमन चर्च के कैमरलेंगो, कार्डिनल केविन फैरेल द्वारा ताबूत सील करने की इस रस्म की अध्यक्षता की जाएगी, जिसमें कई प्रमुख कार्डिनल और होली सी के अधिकारी भी शामिल होंगे। यह अनुष्ठान सेंट पीटर बेसिलिका में आज पूरा किया जाएगा। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी इस ऐतिहासिक मौके पर उपस्थित रहेंगी और अंतिम संस्कार के दौरान श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी।
वेटिकन न्यूज के अनुसार, बुधवार को सेंट पीटर बेसिलिका को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया, और केवल 24 घंटों में 50,000 से अधिक लोग पोप के अंतिम दर्शन के लिए आए। गुरुवार सुबह 5:30 बजे तक यह चर्च श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा, और फिर इसे फिर से खोला जाएगा। ताबूत को सील करते वक्त कार्डिनल जियोवानी बतिस्ता रे, पिएत्रो पारोलिन, रोजर महोनी, मौरो गैम्बेटी, बाल्डासारे रीना, और अन्य चर्च प्रमुख इस धार्मिक रस्म में सम्मिलित होंगे।
भारत की राष्ट्रपति रहेंगी वेटिकन सिटी में दो दिन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 25 और 26 अप्रैल को वेटिकन सिटी में रहेंगी और पोप के राजकीय अंतिम संस्कार में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को आधिकारिक रूप से यह घोषणा की। राष्ट्रपति मुर्मु 25 अप्रैल को पोप को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी और 26 अप्रैल को सेंट पीटर्स स्क्वायर में अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होंगी। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में विभिन्न देशों के प्रमुख नेता और गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे, जिससे यह एक वैश्विक श्रद्धांजलि बन जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय नेताओं की मौजूदगी, ट्रंप से लेकर प्रिंस विलियम तक होंगे शामिल
वेटिकन ने गुरुवार को जानकारी दी कि कम से कम 130 विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने पोप के अंतिम संस्कार में शामिल होने की पुष्टि की है। इनमें 50 राष्ट्राध्यक्ष, 10 सम्राट और कई अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रिंस विलियम, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, स्पेन के राजा फेलिप VI और ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा प्रमुख हैं।
पोप फ्रांसिस के निधन पर भारत ने शोक व्यक्त किया
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप के निधन पर गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त की थीं। उन्होंने कहा, “भारत के लोगों के प्रति पोप फ्रांसिस का स्नेह हमेशा याद रखा जाएगा। वह करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक थे।” मोदी ने पोप की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए कहा, “दुनिया भर में लाखों लोग उन्हें हमेशा याद रखेंगे, जिन्होंने हमेशा गरीबों और वंचितों की सेवा की और पीड़ितों के लिए आशा की किरण बनीं।”
भारत में राजकीय शोक घोषित, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा
पोप के निधन के कारण भारत ने 26 अप्रैल को राजकीय शोक मनाने की घोषणा की है। इस दिन सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि “उनके प्रति हमारे दिलों में हमेशा एक विशेष स्थान रहेगा।”