श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ कार्रवाई और तेज हो गई है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों में लश्कर-ए-तैयबा के संदिग्ध सहयोगियों के तीन घरों को जमींदोज कर दिया। पिछले 24 घंटों में कुल पांच घरों को ध्वस्त किया जा चुका है।
ताजा कार्रवाई में पुलवामा के अहसान शेख, शोपियां के शाहिद अहमद कुट्टे और कुलगाम के जाहिद अहमद के घरों को निशाना बनाया गया। अधिकारियों के मुताबिक, अहसान शेख ने पहलगाम हमले के दौरान पाकिस्तानी आतंकियों को रसद और अन्य सहायता पहुंचाई थी, जबकि कुट्टे और अहमद पिछले कई वर्षों से राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में सक्रिय थे।
इससे पहले शुक्रवार को पहलगाम हमले में शामिल दो अन्य आतंकियों के सहयोगी — आसिफ शेख और आदिल थोकर — के घर भी ध्वस्त किए गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई से पहले परिवारों को घर खाली करने का पूरा मौका दिया गया था और आसपास की संपत्तियों को नुकसान न पहुंचे, इसका विशेष ध्यान रखते हुए सटीक तरीके से विस्फोट किया गया।
सरकारी सूत्रों ने साफ किया कि इस सख्त कार्रवाई का मकसद स्थानीय स्तर पर आतंकवाद को किसी भी तरह के समर्थन से रोकना है। साथ ही, यह चेतावनी भी दी गई है कि जो युवा आतंक की राह पकड़ेंगे, उनके परिवारों को सरकारी सुविधाओं जैसे पासपोर्ट, नौकरी और अन्य लाभों से भी हाथ धोना पड़ेगा।
यह पूरा अभियान केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत चलाया जा रहा है।