पुंछ। पाकिस्तान की सीमा से सटे पुंछ जिले में शनिवार को एक खास दृश्य देखने को मिला, जब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वहां के एक स्कूल का दौरा किया। ये वही इलाका है, जहां पाकिस्तान की ओर से अक्सर गोलाबारी होती रहती है। राहुल गांधी ने यहां गोलाबारी से प्रभावित स्कूली बच्चों से मुलाकात कर न सिर्फ उनका हौसला बढ़ाया, बल्कि उन्हें भविष्य की राह भी दिखाई।
बच्चों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “आपने मुश्किल हालात का सामना किया है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं। पढ़ाई और खेल ही इसका जवाब हैं। खूब पढ़ो, खेलो और दोस्त बनाओ, यही आगे बढ़ने का रास्ता है।”
इस दौरे के दौरान कांग्रेस सांसद ने उन नागरिक इलाकों का भी दौरा किया, जो पाकिस्तान की फायरिंग से प्रभावित हैं। उन्होंने श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे में भी दर्शन किए और वहां लोगों की पीड़ा को सुना।
राहुल गांधी ने अपने दौरे को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “आज पुंछ में उन परिवारों से मिला जो पाकिस्तान की गोलाबारी में अपनों को खो चुके हैं। उनके टूटे घर, बिखरी चीजें और नम आंखों में छुपा दर्द देखा। ये देशभक्त परिवार हर बार युद्ध का सबसे बड़ा बोझ हिम्मत और सम्मान के साथ उठाते हैं। मैं उनके साहस को सलाम करता हूं।”
उन्होंने यह भी वादा किया कि वे इन पीड़ित परिवारों की मांगों और समस्याओं को संसद और देश के सामने मजबूती से उठाएंगे।
राहुल गांधी का यह दौरा न सिर्फ जमीनी हकीकत से उनका जुड़ाव दिखाता है, बल्कि यह भी साफ करता है कि सीमावर्ती इलाकों की अनसुनी आवाज को वे राष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने को तैयार हैं।