नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुप्रतीक्षित तीन देशों का विदेश दौरा शुरू हो चुका है, जिसमें वे साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा पर हैं। इस दौरे को लेकर खासतौर पर कनाडा में बसे भारतीय मूल के नागरिकों में उत्साह की लहर है। उन्हें उम्मीद है कि मोदी के आगमन से दोनों देशों के बीच संबंधों में नई गर्मजोशी आएगी और पुराने मतभेद भुलाकर एक सकारात्मक शुरुआत होगी।
कनाडा के कैलगरी में बसे हिंदू सोसायटी के आचार्य धेनश शुक्ल का कहना है कि जैसे ही उन्होंने सुना कि प्रधानमंत्री मोदी कनाडा आ रहे हैं, वह बेहद प्रसन्न हो गए। उनके अनुसार, यह यात्रा दोनों देशों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी, खासकर आर्थिक सहयोग के स्तर पर। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना के साथ काम करते हैं। उनके नेतृत्व में भारत बदला है, और इसी बदलाव से हम प्रवासी भारतीयों को भी लाभ हुआ है।”
हिंदू सोसायटी ऑफ कैलगरी के अध्यक्ष राज वर्मा ने भी इस पहल का स्वागत किया। उन्होंने माना कि हाल के वर्षों में भारत-कनाडा संबंधों में कुछ खटास जरूर आई थी, लेकिन अब नए सिरे से जो प्रयास हो रहे हैं, वे सराहनीय हैं। “भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और पीएम मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। अगर दोनों देशों के रिश्ते मजबूत होते हैं, तो यह दोनों के हित में है,” उन्होंने कहा।
इंडियन सोसायटी ऑफ कैलगरी के अध्यक्ष डॉ. देवेश ओबेरॉय ने भी दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व भारत की वैश्विक साख को और मजबूत कर रहा है। कनाडा में रहने वाले हम इंडो-कनाडाई नागरिक चाहते हैं कि भारत और कनाडा के रिश्ते पहले से भी बेहतर बनें।”
बिजनेसमैन राकेश पुंज ने प्रधानमंत्री मोदी के विजन की तारीफ करते हुए कहा, “कनाडा को आज भारत की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था की जरूरत है। मोदी जी के आने से कनाडा में एक नई ऊर्जा का संचार होगा।”
वहीं, कनाडा में रहने वाली ग्रिसमा पटेल ने कहा, “अगर भारत-कनाडा संबंधों में सुधार होता है, तो इससे इमिग्रेशन जैसी समस्याएं भी सुलझ सकती हैं। मैं खुद एक किसान परिवार से हूं और मैंने देखा है कि मोदी सरकार कैसे ज़मीनी स्तर पर काम कर रही है।”
प्रधानमंत्री मोदी 14 से 16 जून तक साइप्रस में रहेंगे, फिर 16-17 जून को कनाडा के कनानास्किस शहर में जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद 18 जून को क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा के साथ उनका दौरा समाप्त होगा।
‘नरेंद्रमोदी डॉट इन’ पर जारी बयान के अनुसार, पीएम मोदी को कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने आमंत्रित किया है। जी7 सम्मेलन में वे ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह मंच भारत को विश्व पटल पर अपनी भूमिका और दृष्टिकोण को मजबूत तरीके से रखने का अवसर देगा।
इस दौरे से जहां कूटनीतिक और आर्थिक सहयोग को नई दिशा मिलने की उम्मीद है, वहीं कनाडा में बसे भारतीय समुदाय के लिए यह दौरा उम्मीद की नई किरण बनकर उभरा है।