लखनऊ। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की जीवनी पर आधारित पुस्तक “चुनौतियां मुझे पसंद हैं” का विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐसी पुस्तक लिखना केवल आसान नहीं, बल्कि सच्चाई के साथ लिखना और भी कठिन है। यह पुस्तक न केवल प्रेरणा का स्रोत बनेगी, बल्कि हर पाठक को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग और जागरूक करेगी।
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि “पहलगाम एक बड़ी चुनौती पेश करता है, और यही हमारे भारत की पहचान है। भारत ने चुनौतियों को स्वीकार किया है, और यही कारण है कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से चुनौतियों का सामना किया है, वह काबिले तारीफ है। आज हर क्षेत्र में विकास हो रहा है, चाहे वह शिक्षा हो, सुरक्षा हो, जल, सड़क, बिजली या रोजगार।”
उन्होंने यह भी कहा कि सबसे बड़ी चुनौती वो होती है, जो हमें हमारे भीतर से मिलती है, और इसे नजरअंदाज करना हमें कमजोर बना सकता है। हमारे पास एक अद्भुत ताकत है — हमारी सभ्यता, हमारे वेद, भगवद्गीता, रामायण और महाभारत। उन्होंने आगे यह भी जोड़ा कि हमे कभी भी अपने कर्तव्य पथ से विचलित नहीं होना चाहिए। आज भारत में विकास और आर्थिक प्रगति का दौर चल रहा है, लेकिन ऐसे समय में चुनौतियां भी सामने आएंगी, और हमें उनका डटकर सामना करना होगा।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने पुस्तक विमोचन के दौरान अपने जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “जब तक हम गाँवों में नहीं पहुंचते, हम यह नहीं समझ सकते कि लोगों को क्या चाहिए। मेरे पिता जी गांधीवादी थे और उन्होंने हमेशा मुझे गांधीजी के विचारों से प्रेरित किया।” उन्होंने बाल विवाह जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी जोर देते हुए कहा कि हमें बच्चों के जीवन को बचाने के लिए काम करना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस अवसर पर कहा कि यह पुस्तक न केवल राज्यपाल की जीवन यात्रा की गाथा है, बल्कि एक प्रेरणा है। “चुनौतियों को स्वीकार करने वाले ही अपनी पहचान बनाते हैं, और जो भागते हैं वे खो जाते हैं।” उन्होंने आनंदी बेन पटेल के संघर्ष, उनकी शिक्षिका से लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल बनने की यात्रा को सादगी और मेहनत का प्रतीक बताया।
इस मौके पर स्वामी चिदानंद सरस्वती, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, और कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।