जयपुर। पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जयपुर के नीरज उधवानी (33) की गुरुवार को अंतिम यात्रा भावुक माहौल में संपन्न हुई। झालाना स्थित मोक्षधाम में उनके बड़े भाई किशोर उधवानी ने उन्हें मुखाग्नि दी। पूरे वातावरण में सिर्फ आंसू और सन्नाटा था। पत्नी आयुषी बेसुध सी बार-बार उनके पार्थिव शरीर को निहारती रही, जबकि परिजन उन्हें ढाढ़स बंधाने की कोशिश करते रहे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद गुरुवार सुबह शहीद के निवास फॉरेस्ट व्यू अपार्टमेंट (मालवीय नगर) पहुंचे। जैसे ही नीरज की मां ज्योति ने मुख्यमंत्री को देखा, वह भावुक होकर रोने लगीं। मुख्यमंत्री ने उन्हें ढाढ़स बंधाते हुए कहा, “पूरा राजस्थान आपके साथ खड़ा है।” इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।
नीरज का पार्थिव शरीर बुधवार रात 8:15 बजे इंडिगो फ्लाइट से जयपुर लाया गया था। वे अपनी पत्नी आयुषी के साथ कश्मीर की सैर पर निकले थे, लेकिन किसे पता था कि यह सफर उनकी ज़िंदगी का आखिरी बन जाएगा। आतंकियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में आयुषी के सामने ही नीरज को गोली मार दी।
राज्य के उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने घटना की निंदा करते हुए कहा, “यह हमला न केवल राष्ट्र बल्कि मानवता पर भी वार है। यह आतंकी तत्वों की कायरता और शांति को बाधित करने की साजिश है।”
चार्टर्ड अकाउंटेंट नीरज दुबई में कार्यरत थे और हाल ही में एक पारिवारिक विवाह के सिलसिले में भारत आए थे। फरवरी 2023 में नीरज और आयुषी की शादी पुष्कर के भंवर सिंह पैलेस में धूमधाम से हुई थी। शादी के बाद यह उनकी पहली रोमांटिक यात्रा थी, जो एक त्रासदी में बदल गई।
शहीद नीरज की अंतिम यात्रा ने पूरे शहर को ग़मगीन कर दिया। अब सिर्फ उनकी यादें रह गई हैं—और उनके साहस की कहानी, जो हर जयपुरी के दिल में बस गई है।