नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में महाराष्ट्र के पांच निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जबकि कई अन्य अभी भी वहां फंसे होने की आशंका है। इस संवेदनशील स्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार तुरंत हरकत में आ गई है।
राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने केंद्र सरकार से अपील की है कि पहलगाम में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए विशेष विमान सेवा शुरू की जाए। उन्होंने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से फोन पर बात कर यह अनुरोध किया।
केंद्रीय मंत्री नायडू ने भी इस पर सकारात्मक रुख दिखाया है और भरोसा दिलाया है कि जैसे ही फंसे हुए पर्यटकों की सूची मिलती है, मुंबई के लिए विशेष फ्लाइट की व्यवस्था की जाएगी।
भय और बहादुरी की कहानी
इस बीच एक चौंकाने वाली घटना भी सामने आई है। नागपुर की एक महिला, सिमरन रूपचंदानी, हमले के दौरान जान बचाने के लिए एक पहाड़ी से कूद गईं। उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया, लेकिन वह और उनका परिवार किसी तरह बच निकले। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस घटना की पुष्टि की है और कहा है कि सरकार पूरी तरह से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है।
मानवता की मिसाल बनी महाराष्ट्र सरकार
राज्य सरकार ने इस संकट को केवल एक प्रशासनिक चुनौती नहीं, बल्कि मानवीय जिम्मेदारी के रूप में लिया है। हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए सरकार ने यह साफ कर दिया है कि महाराष्ट्र के नागरिक कहीं भी हों, सरकार उनके साथ है।