कोलकाता। पश्चिम बंगाल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले दो संदिग्धों को राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने धर दबोचा है। ये गिरफ्तारी बर्दवान जिले से हुई है, और हैरानी की बात यह है कि दोनों आरोपित एक एनजीओ की आड़ में देश की संवेदनशील जानकारियां दुश्मन देश तक पहुंचा रहे थे।
STF सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों के नाम मुकेश रजक और राकेश कुमार गुप्ता हैं। मुकेश बर्दवान के पानागढ़ के कैनल रोड इलाके का रहने वाला है, जबकि राकेश कोलकाता के भवानीपुर का निवासी है। दोनों एक ही स्वयंसेवी संस्था से जुड़े थे और बर्दवान में किराये के मकान में रहकर अपनी जासूसी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।
जांच में सामने आया है कि ये लोग मोबाइल सिम कार्ड्स के ओटीपी शेयर करके विदेशी खुफिया एजेंसी को जानकारियां भेजते थे, जिसके बदले में उन्हें आर्थिक लाभ भी मिलता था।
STF ने सोमवार देर रात पहले मुकेश को एक नर्सिंग होम से गिरफ्तार किया, जहां वह इलाज करवा रहा था। इसके बाद राकेश को मेमारी इलाके से पकड़ा गया।
पुलिस को शक है कि यह कोई इंडिविजुअल जासूसी का मामला नहीं, बल्कि एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी है, और STF यह पता लगाने की कोशिश में है कि इस जाल में और कौन-कौन शामिल है।
यह मामला राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि किस तरह एनजीओ की आड़ में देशविरोधी ताकतें सक्रिय हो रही हैं।