रायपुर: बस्तर की मिट्टी से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता पंडीराम मंडावी को प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मान मिलने पर पूरे छत्तीसगढ़ में खुशी की लहर है। खासकर बस्तरवासियों के लिए यह सम्मान गौरव और आत्मसम्मान का प्रतीक बन गया है।
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के छत्तीसगढ़ प्रदेश मंत्री व पूर्व जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव ने इसे बस्तर की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने वाला क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान सिर्फ मंडावी के समर्पित सामाजिक कार्यों की पहचान नहीं, बल्कि पूरे आदिवासी समाज के सामूहिक संघर्ष और सांस्कृतिक विरासत की स्वीकृति है।
इस गौरवपूर्ण अवसर पर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने स्वयं पंडीराम मंडावी से मुलाकात की और उन्हें पद्मश्री के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने मंडावी के योगदान को नमन करते हुए उनके कार्यों को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
खूबलाल ध्रुव ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में बस्तर में शांति और विकास की दिशा में ठोस कदम उठे हैं, जिसके चलते आज यहां की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच मिल रहा है।
पंडीराम मंडावी को मिला यह सम्मान सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि संपूर्ण आदिवासी समाज की सांस्कृतिक गरिमा और योगदान का राष्ट्रीय स्वीकार है — जो बस्तर को एक नई पहचान दिला रहा है।