भोपाल। मध्यप्रदेश की शांत और हरियाली से घिरी वादियों में स्थित पचमढ़ी इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रणनीतिक चिंतन का केंद्र बना है। आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने अपने सांसदों और विधायकों के लिए तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत की है, जिसका उद्घाटन शुक्रवार दोपहर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया।
शिविर में 201 चुने हुए प्रतिनिधि शामिल हैं, जिन्हें पार्टी की नीतियों, संगठनात्मक मजबूती और जनकल्याण के मुद्दों पर गहराई से प्रशिक्षण दिया जाएगा। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने जानकारी दी कि 14 से 16 जून तक चलने वाले इस शिविर में देश के कई दिग्गज नेता अलग-अलग सत्रों को संबोधित करेंगे। समापन समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बतौर मुख्य वक्ता मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, और संगठन के शीर्ष पदाधिकारी शिविर के हर सत्र में मौजूद रहेंगे। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, सीआर पाटिल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन, सावित्री ठाकुर और प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह जैसे कई वरिष्ठ नेता इस शिविर में अपने अनुभव साझा करेंगे।
शिविर में केवल सिद्धांत नहीं, बल्कि व्यावहारिक राजनीतिक प्रशिक्षण भी प्रमुख रहेगा। “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत सभी सांसद और विधायक एक पौधा रोपकर पर्यावरण संरक्षण और परिवार मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दर्शाएंगे।
शिविर के एक खास आकर्षण के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 वर्षों की सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण की यात्रा पर आधारित एक भव्य प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है, जो जनसंघ से लेकर भाजपा के मौजूदा स्वरूप तक की विकास यात्रा को दर्शाएगी।
इस बार का शिविर कुछ नियमों को लेकर भी चर्चा में है—प्रतिभागियों को मोबाइल फोन के प्रयोग की अनुमति नहीं होगी। सभी मोबाइल फोन प्रतिभागियों के नाम के स्टिकर के साथ साइलेंट मोड पर एक स्थान पर जमा किए जाएंगे। केवल ब्रेक के दौरान ही इनका उपयोग संभव होगा, जिससे सत्रों के दौरान किसी भी तरह का ध्यान भंग न हो।
भाजपा का यह प्रशिक्षण शिविर केवल नेताओं के ज्ञानवर्धन का माध्यम नहीं, बल्कि संगठन को जमीनी स्तर से और मजबूत बनाने की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है। चुनावी साल में इस तरह की पहलें पार्टी की रणनीति और कार्यशैली की झलक भी दे रही हैं।