लॉर्ड्स। भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में विकेटकीपर ऋषभ पंत का लंच से पहले रनआउट होना निर्णायक मोड़ साबित हुआ। इस पर भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल ने कहा कि यह पल उनके और पंत—दोनों के लिए बेहद निराशाजनक रहा। राहुल ने माना कि इस तरह विकेट गंवाना कोई नहीं चाहता।
तीसरे दिन का खेल तब दिलचस्प मोड़ पर पहुंचा, जब कप्तान शुभमन गिल के आउट होने के बाद पंत ने राहुल के साथ मिलकर सधी हुई साझेदारी की। दोनों ने मिलकर शतकीय स्टैंड जोड़ा और भारत को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया। लेकिन लंच से ऐन पहले, 122 गेंदों में 72 रन बना चुके पंत दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने बताया, “लंच से ठीक पहले मेरी पंत से बात हुई थी। मैंने कहा था कि अगर मौका मिले तो मैं शतक पूरा कर लूंगा। बशीर का ओवर चल रहा था और मुझे चौके का मौका दिखा, लेकिन गेंद सीधा फील्डर के हाथ में चली गई। इसके बाद जो मिसअंडरस्टैंडिंग हुई, उससे रनआउट हुआ—जिसने मैच की रफ्तार बदल दी।”
राहुल ने यह भी बताया कि वह उस वक्त सिर्फ स्ट्राइक रोटेट करना चाहते थे, ताकि अगली गेंद खेल सकें, लेकिन चीजें उलटी पड़ गईं। “ऐसे रनआउट मैच का मूमेंटम बिगाड़ सकते हैं। यह हम दोनों के लिए निराशाजनक था,” उन्होंने साफ शब्दों में कहा।
हालांकि, राहुल ने लंच के बाद अपना शतक पूरा किया, लेकिन ज्यादा देर टिक नहीं सके और 177 गेंदों पर 100 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने कहा, “हम अच्छी स्थिति में थे। मेरी और पंत की साझेदारी टीम को मजबूती दे रही थी। लेकिन जैसे ही हम दोनों आउट हुए, मैच का ग्राफ गिर गया। टेस्ट क्रिकेट में बड़े स्कोर के लिए टॉप ऑर्डर को लंबा टिकना जरूरी होता है।”
लॉर्ड्स टेस्ट का रोमांच अब चरम पर है। भारत और इंग्लैंड दोनों ने पहली पारी में बराबर 387 रन बनाए। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड दूसरी पारी में बिना विकेट गंवाए 2 रन पर है। पांच मैचों की इस सीरीज़ में फिलहाल दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं।