काठमांडू। ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में एक नेपाली छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद तनाव के चलते नेपाल लौटे छात्रों में से 80% से अधिक छात्र अब विश्वविद्यालय वापस लौट चुके हैं। छात्रों ने दोबारा अपनी पढ़ाई शुरू कर दी है, जबकि बाकी छात्र भी जल्द ही ओडिशा लौटने के लिए तैयार हैं।
नेपाल की रहने वाली बी.टेक तृतीय वर्ष की छात्रा प्रकृति लामसाल पिछले महीने विश्वविद्यालय के हॉस्टल में मृत पाई गई थीं। इस घटना के बाद कैंपस में तनाव बढ़ गया और नेपाली छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। हालात बिगड़ने पर प्रशासन ने उन्हें हॉस्टल से बाहर निकाल दिया, जिसके बाद कई छात्र नेपाल लौट गए थे। अब जब विश्वविद्यालय का माहौल सामान्य हो गया है, तो छात्रों की वापसी शुरू हो गई है।
KIIT के उपकुलपति शरणजीत सिंह ने गुरुवार को बताया कि बुधवार रात 9 बजे तक 1169 में से 913 नेपाली छात्र वापस आ चुके हैं और अपनी नियमित पढ़ाई फिर से शुरू कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि शेष छात्रों के अभिभावकों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर उन्हें भी वापस बुलाने का प्रयास किया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास से भी मदद मांगी है ताकि छात्रों की वापसी सुनिश्चित की जा सके।
नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर शर्मा ने बताया कि छात्रों से लगातार आग्रह किया जा रहा है कि वे लौटकर अपनी पढ़ाई पूरी करें। उन्होंने यह भी कहा कि KIIT प्रशासन अपने खर्चे पर सभी छात्रों की वापसी की व्यवस्था कर रहा है।
उपकुलपति शरणजीत सिंह ने यह भी जानकारी दी कि नेपाली छात्रों के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी ताकि वे छूटी हुई पढ़ाई को पूरा कर सकें। इसके अलावा, जो छात्र इस बार परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए हैं, उनके लिए अलग से परीक्षा आयोजित करने की भी व्यवस्था की गई है।