काठमांडू। नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह लंबे समय बाद रविवार को काठमांडू लौट रहे हैं। इस दौरान वह हजारों समर्थकों के साथ रोड शो कर अपनी जनशक्ति का प्रदर्शन करेंगे। उनके परिवार की अपील पर काठमांडू और आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो चुके हैं।
पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह रविवार दोपहर तीन बजे पोखरा से काठमांडू पहुंचेंगे, जहां त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर राजतंत्र समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) और अन्य वफादार समर्थक उनका भव्य स्वागत करेंगे। हवाई अड्डे से महाराजगंज स्थित उनके निवास तक हजारों समर्थकों का जुलूस निकाला जाएगा। इस शक्ति प्रदर्शन की तैयारी के तहत देशभर में बाइक रैली भी आयोजित की गई थी।
राजशाही की पुनर्स्थापना के समर्थन में जुटे समर्थक
पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह हाल ही में नेपाल के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर चुके हैं। 19 फरवरी को प्रजातंत्र दिवस के अवसर पर उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर जनता से समर्थन की अपील की थी। राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) लंबे समय से नेपाल में राजशाही की पुनर्स्थापना के लिए सक्रिय रही है और पूर्व राजा के समर्थन में लगातार आंदोलन चला रही है।
25,000 समर्थकों के जुटने की संभावना
राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अध्यक्ष राजेन्द्र लिंगदेन ने बताया कि आज दोपहर तीन बजे समर्थकों को एयरपोर्ट पहुंचने का आह्वान किया गया है, जहां से वे पूर्व राजा के साथ उनके निवास तक मार्च करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कार्यक्रम में करीब 25,000 समर्थक शामिल होंगे।
नेपाल में राजशाही की बहाली पर बढ़ी चर्चा
राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अनुसार, नेपाली जनता संवैधानिक राजतंत्र और बहुदलीय लोकतंत्र के पक्ष में है। अध्यक्ष लिंगदेन का दावा है कि नेपाल में गणतंत्र और धर्मनिरपेक्षता पश्चिमी शक्तियों द्वारा थोपा गया एजेंडा है, जिसे राजनीतिक दलों के माध्यम से लागू करवाया गया। उनका कहना है कि नेपाल की जनता ने कभी राजशाही के पूर्ण उन्मूलन के लिए आंदोलन नहीं किया, इसलिए राजसंस्था को फिर से स्थापित किया जाना चाहिए।
पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह का यह शक्ति प्रदर्शन नेपाल की राजनीतिक दिशा पर असर डाल सकता है, जिससे राजशाही की बहाली पर एक बार फिर चर्चा तेज हो सकती है।