नई दिल्ली। खुदरा महंगाई दर मार्च में घटकर 3.34% रह गई, जो फरवरी में 3.61% थी। सरकार द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, यह स्तर पिछले छह सालों में सबसे कम है। अगस्त 2019 में खुदरा महंगाई इससे थोड़ा नीचे 3.28% रही थी।
इस गिरावट के पीछे प्रमुख कारण सब्जियों और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की कीमतों में आई नरमी है। मार्च में खाद्य महंगाई दर घटकर 2.69% रह गई, जबकि फरवरी में यह 3.75% और मार्च 2024 में 8.52% थी।
महंगाई में आ रही इस राहत को देखते हुए रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की है। साथ ही, वित्त वर्ष 2025-26 के लिए RBI ने औसत खुदरा महंगाई दर 4% रहने का अनुमान जताया है। तिमाही के हिसाब से यह दर क्रमशः 3.6%, 3.9%, 3.8% और 4.4% रहने की संभावना है। आरबीआई का मानना है कि महंगाई का जोखिम फिलहाल संतुलित बना हुआ है।
इसी बीच थोक महंगाई दर भी मार्च में घटकर 2.05% रह गई, जो फरवरी में 2.38% और पिछले साल मार्च में मात्र 0.26% थी। सब्जियों और अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट इसका मुख्य कारण रही।