हैदराबाद। दक्षिण भारतीय सिनेमा के अनुभवी अभिनेता और पूर्व विधायक कोटा श्रीनिवास राव ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 83 वर्षीय कोटा श्रीनिवास राव का रविवार तड़के 4 बजे हैदराबाद स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। उनके निधन की खबर से तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री सहित पूरे भारतीय सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
कोटा श्रीनिवास राव ने अपने चार दशकों से अधिक लंबे करियर में 700 से ज़्यादा फिल्मों में अभिनय किया। चाहे खलनायक की भूमिका हो या कोई गंभीर चरित्र—उन्होंने हर किरदार को इस तरह जिया कि वह दर्शकों के दिलों में बस गया। वे सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि थिएटर से जुड़े एक जीवंत कलाकार भी थे, जिन्होंने रंगमंच की दुनिया को भी समृद्ध किया।
राजनीति में भी उन्होंने सक्रिय भागीदारी निभाई। 1999 में वे भाजपा के टिकट पर विजयवाड़ा पूर्व से आंध्र प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए और विधायक के रूप में जनता की सेवा की।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कोटा श्रीनिवास राव के निधन पर गहरा शोक जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “अपनी बहुमुखी भूमिकाओं से दर्शकों का दिल जीतने वाले कोटा श्रीनिवास राव का जाना अत्यंत दुखद है। उन्होंने थिएटर और फिल्मों में जो योगदान दिया, वह सदैव स्मरणीय रहेगा। उनका जाना तेलुगू फिल्म उद्योग के लिए अपूरणीय क्षति है।”
10 जुलाई 1942 को आंध्र प्रदेश के कांकीपाडु में जन्मे कोटा श्रीनिवास राव ने कॉलेज के दिनों में ही थिएटर से नाता जोड़ लिया था। उनकी विरासत आज भी नए कलाकारों के लिए प्रेरणा बनी हुई है।
उनका योगदान और अभिनय की कला भारतीय सिनेमा के इतिहास में हमेशा अमर रहेगी।