तमिलनाडु की पटाखा फैक्ट्री में भीषण धमाका: सात की मौत, कई गंभीर घायल, फैक्ट्री के आठ कमरे जलकर राख

विरुधुनगर। तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। सत्तूर के पास चिन्नाक्कमनपट्टी गांव में स्थित गोकुलस पटाखा फैक्ट्री में अचानक जोरदार विस्फोट हो गया, जिसमें सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों को तुरंत शिवकाशी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सुबह करीब 8:30 बजे फैक्ट्री में उस वक्त धमाका हुआ जब मजदूर पटाखे बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों को मिला रहे थे। रासायनिक प्रतिक्रिया इतनी खतरनाक निकली कि देखते ही देखते पूरे परिसर में आग फैल गई और फैक्ट्री के आठ कमरे पूरी तरह जलकर खाक हो गए। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास की इमारतें भी क्षतिग्रस्त हो गईं और जमीन तक धंस गई।

फैक्ट्री का संचालन कमल कुमार नामक व्यक्ति कर रहा था, जिसे नागपुर स्थित पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) से लाइसेंस प्राप्त है। 50 से अधिक कमरों वाली इस फैक्ट्री में बड़ी संख्या में मजदूर कार्यरत थे।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल और बचाव दल की टीमें मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के साथ ही मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने का अभियान शुरू किया। हादसे के तुरंत बाद उठे धुएं के गुबार और पटाखों के फटने की आवाजें दूर-दूर तक सुनाई दीं, जिससे आसपास के गांवों में दहशत फैल गई।

पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद फैक्ट्री के मैनेजर और एक विक्रेता को गिरफ्तार कर लिया है। स्थानीय प्रशासन की ओर से जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं, दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब आग पर काबू पा लिया गया है और मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है।

यह हादसा ना केवल लापरवाही का नतीजा है बल्कि सवाल भी उठाता है कि क्या सुरक्षा मानकों का पालन वास्तव में किया जा रहा था? जांच में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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