डॉ. आंबेडकर जयंती पर राष्ट्र की श्रद्धांजलि, संसद भवन में भव्य आयोजन

नई दिल्ली। आज डॉ. भीमराव आंबेडकर की 135वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धापूर्वक याद कर रहा है। इस अवसर पर संसद भवन लॉन स्थित प्रेरणा स्थल पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तत्वावधान में डॉ. आंबेडकर फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित हुआ है।

समारोह की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्रीगण, सांसद, विद्वान, छात्र और आम नागरिकों द्वारा बाबा साहेब को पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। यह आयोजन दोपहर 12:00 बजे तक आम जनता के लिए खुला रहेगा।

डॉ. आंबेडकर को श्रद्धांजलि देने आने वाले लोगों की सुविधा के लिए डॉ. आंबेडकर फाउंडेशन ने विशेष बस सेवाओं की व्यवस्था की है, जो अलीपुर रोड स्थित डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक तक ले जाएंगी।

बाबा साहेब के विचारों के प्रचार-प्रसार में अग्रणी फाउंडेशन

डॉ. आंबेडकर फाउंडेशन की स्थापना 24 मार्च 1992 को उनके विचारों, सिद्धांतों और संदेशों को राष्ट्रीय स्तर पर फैलाने के उद्देश्य से की गई थी। 1991 में डॉ. आंबेडकर की शताब्दी समारोह समिति का गठन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता तत्कालीन प्रधानमंत्री ने की थी। इसी समिति की सिफारिश पर फाउंडेशन का गठन हुआ। फाउंडेशन द्वारा सामाजिक जागरूकता फैलाने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन नियमित रूप से किया जाता है।

डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक: उनके जीवन और कार्यों का संग्रह

अलीपुर रोड स्थित डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक, बाबा साहेब के जीवन, विचारों और योगदान को सहेजने वाला एक महत्वपूर्ण स्थल है। डॉ. आंबेडकर एक महान समाज सुधारक, लेखक, न्यायविद, इतिहासकार, मानव विज्ञानी और प्रभावशाली राजनीतिज्ञ थे। स्मारक में उनके जीवन से जुड़ी वस्तुएं, दुर्लभ तस्वीरें, पत्र और दस्तावेजों को संजोकर रखा गया है। साथ ही, उनके भाषणों और साक्षात्कारों को ऑडियो-विजुअल माध्यम से प्रस्तुत किया गया है, जिससे आगंतुक उनके विचारों को और बेहतर तरीके से समझ सकें।

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