वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए उनकी घरेलू नीति पर आधारित ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ अब राजनीतिक संकट में घिरता नजर आ रहा है। इस विधेयक को लेकर ट्रंप की अपनी रिपब्लिकन पार्टी के कई सीनेटर बगावत पर उतर आए हैं, जिससे सीनेट में बिल का पास होना मुश्किल हो गया है। व्हाइट हाउस लगातार सीनेटरों पर दबाव बना रहा है, लेकिन पार्टी के भीतर ही असहमति की आवाजें तेज होती जा रही हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने फेडरल रिजर्व पर सीधा निशाना साधते हुए एक हस्तलिखित नोट जारी किया है, जिसमें उन्होंने फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल पर देश के धन का ‘बेहिसाब खर्च’ करने का आरोप लगाया और ब्याज दरों में भारी कटौती की मांग की है।
सीनेट में फूटा असंतोष, टिलिस का दो टूक इनकार
रिपब्लिकन पार्टी के कद्दावर नेता और उत्तरी कैरोलिना के सीनेटर थॉम टिलिस ने ट्रंप के इस विधेयक को समर्थन देने से साफ इनकार कर दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, टिलिस का विरोध पार्टी के लिए खतरे की घंटी है क्योंकि वे 2011 से पार्टी के सक्रिय और सम्मानित नेता हैं।
सीनेट में बोलते हुए टिलिस ने कहा, “रिपब्लिकन पार्टी स्वास्थ्य सेवा के मुद्दे पर वादाखिलाफी कर रही है। व्हाइट हाउस में कुछ शौकिया सलाहकार राष्ट्रपति को गुमराह कर रहे हैं। इस बिल से अकेले उत्तरी कैरोलिना में 6.63 लाख लोग मेडिकेड जैसी सेवाओं से बाहर हो जाएंगे।”
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि वो वाशिंगटन से ‘स्व-निर्वासन’ यानी राजनीति से स्वैच्छिक विदाई का रास्ता चुन सकते हैं।
बेकन और मुर्कोव्स्की भी नाराज़, बगावती तेवर तेज
नेब्रास्का के सांसद डॉन बेकन, जो पहले ही ट्रंप के मुखर आलोचक रहे हैं, ने दो टूक कहा कि इस विधेयक पर वोटिंग से बेहतर है कि वे रिटायर हो जाएं। उन्होंने कहा, “मैं अपनी पार्टी की आत्मा के लिए लड़ रहा हूं। मैं ऐसा नेता नहीं बनना चाहता जो आंख मूंदकर गलत दिशा में चल पड़े।”
वहीं अलास्का की सीनेटर लिसा मुर्कोव्स्की इस बिल को लेकर उलझन में हैं। हालांकि उन्होंने सेवानिवृत्ति से इनकार किया है, लेकिन उनके पार्टी बदलने की अटकलें अब तेज हो गई हैं।
बगावत की कतार लंबी होती जा रही है
इस बिल के खिलाफ विद्रोह करने वाले नेताओं में फ्लोरिडा के रिक स्कॉट, विस्कॉन्सिन के रॉन जॉनसन, यूटा के माइक ली और व्योमिंग की सिंथिया लुमिस जैसे नाम शामिल हैं। मेन की सीनेटर सुसान कोलिन्स ने तो विधेयक में संशोधन लाने की योजना भी बना ली है।
ट्रंप के लिए यह विधेयक अब सिर्फ कानून नहीं, बल्कि उनके राजनीतिक भविष्य और पार्टी की दिशा का प्रतीक बन गया है। ऐसे में पार्टी के भीतर उठती ये असहमति की आवाजें न सिर्फ ट्रंप की रणनीति पर सवाल खड़े कर रही हैं, बल्कि रिपब्लिकन पार्टी के भीतर एक बड़े विभाजन की आहट भी दे रही हैं।
