वाशिंगटन: व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी केवल राजनीतिक घटना नहीं रही, बल्कि एक ऐसा भूचाल साबित हो रही है जिसने अमेरिकी जीवन के लगभग हर हिस्से को हिला कर रख दिया है। आक्रामक फैसलों और बेबाक अंदाज़ के साथ ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में पूरी ताकत से देश को अपनी सोच के रंग में रंगने में जुटे हैं।
सिर्फ सत्ता नहीं, सोच भी बदली
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट बताती है कि ट्रंप इस बार केवल राष्ट्रपति नहीं, बल्कि बदलाव की मशीन बनकर आए हैं। सत्ता में वापसी के महज चार महीने बाद ही वे अमेरिका की छवि को एक नई दिशा देने में जुटे हैं — और वह भी पूरी राजनीतिक ताकत के साथ। उनके फैसले आर्थिक नीतियों से लेकर शिक्षा, प्रशासन, और सामाजिक व्यवस्था तक असर छोड़ चुके हैं।
ग्लोबल गठबंधनों से किनारा, सत्ता केंद्रित विदेश नीति
ट्रंप की विदेश नीति अब सहयोग नहीं, बल्कि प्रभुत्व पर केंद्रित है। कनाडा, ग्रीनलैंड, पनामा नहर जैसी संपत्तियों पर नजर और पारंपरिक सहयोगियों जैसे यूरोप और इज़राइल को दरकिनार कर रूस-चीन जैसे विरोधियों के साथ शक्ति संतुलन की कोशिश — यह सब उनके नए एजेंडे का हिस्सा है।
कानून और संविधान की सीमाओं का परीक्षण
ट्रंप प्रशासन अदालतों के आदेशों को चुनौती दे रहा है, सुप्रीम कोर्ट तक की अवमानना कर चुका है। न्यायपालिका पर खुलकर हमले और संवैधानिक सीमाओं को लांघने के आरोप अब आम हो चले हैं। विशेषज्ञ इसे एक संभावित संवैधानिक संकट की चेतावनी मान रहे हैं।
अमेरिकी संस्थानों पर सीधा प्रभाव
चाहे विश्वविद्यालय हों या मीडिया कंपनियां, ट्रंप प्रशासन का प्रभाव हर संस्था तक पहुंच रहा है। कार्यकारी आदेश, विदेशी छात्रों पर सख्ती, फंडिंग में कटौती और विविधता को लेकर नीतियों में बदलाव — हर कदम उनके एजेंडे को आगे बढ़ाता नजर आ रहा है। आलोचक इसे “निरंकुशता की दस्तक” कह रहे हैं।
डर की राजनीति को बनाया हथियार
ट्रंप ने अप्रवासन को लेकर ऐसा माहौल बना दिया है कि केवल नीतियां नहीं, बल्कि डर खुद एक नीति बन गया है। अप्रवासी समुदाय, उनके बच्चे, यहां तक कि उनके नियोक्ता भी आशंकाओं में जी रहे हैं। आलोचकों को डराकर चुप कराना भी रणनीति का हिस्सा बन गया है।
राष्ट्रपति पद से भी मुनाफा
जहां आम राष्ट्रपति कार्यकाल के बाद व्यावसायिक लाभ कमाते हैं, ट्रंप ने यह सिलसिला पद पर रहते हुए ही शुरू कर दिया है। उनके व्यापारिक सौदे, विदेशों में डील, और व्हाइट हाउस टूर के बदले क्रिप्टो इन्वेस्टर्स को डिनर — सब उनके ब्रांड को खुलकर फायदा पहुंचा रहे हैं।