नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति का असर वैश्विक बाजारों पर स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। इसके चलते दुनियाभर के बाजारों में कमजोरी के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि, पिछले सत्र में अमेरिकी बाजार मजबूती के साथ बंद हुए थे, लेकिन डाउ जोंस फ्यूचर्स आज भारी गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। यूरोपीय बाजारों में भी पिछला सत्र दबाव में रहा और अधिकांश सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। एशियाई बाजारों में भी बिकवाली के चलते भारी गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिकी बाजारों का हाल
टैरिफ प्रभाव के बावजूद, अमेरिकी बाजारों ने पिछले सत्र में मजबूती दिखाई। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.67% की बढ़त के साथ 5,670.97 अंक पर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक 151.16 अंक (0.87%) उछलकर 17,601.05 अंक पर पहुंचा। हालांकि, डाउ जोंस फ्यूचर्स में आज 781.52 अंक (1.85%) की भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह 41,443.80 अंक के स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है।
यूरोपीय बाजारों में दबाव
पिछले सत्र में यूरोपीय बाजारों में भी कमजोरी देखने को मिली। एफटीएसई इंडेक्स 0.31% गिरकर 8,608.48 अंक पर बंद हुआ, जबकि सीएसी इंडेक्स 0.22% की गिरावट के साथ 7,858.83 अंक पर पहुंचा। इसी तरह, डीएएक्स इंडेक्स 149.14 अंक (0.67%) की कमजोरी के साथ 22,390.84 अंक पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में भारी गिरावट
आज एशियाई बाजारों में चौतरफा बिकवाली हावी है, जिससे ज्यादातर सूचकांकों में गिरावट देखी गई। एशिया के 9 प्रमुख बाजारों में से 7 लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं, जबकि ताइवान और इंडोनेशिया के बाजार छुट्टी के कारण स्थिर हैं।
- गिफ्ट निफ्टी 106 अंक (0.45%) की गिरावट के साथ 23,324.50 अंक पर कारोबार कर रहा है।
- कोस्पी इंडेक्स 0.92% लुढ़ककर 2,482.91 अंक तक गिर गया है।
- निक्केई इंडेक्स 1,067.83 अंक (2.99%) की भारी गिरावट के साथ 34,658.04 अंक पर कारोबार कर रहा है।
- हैंग सेंग इंडेक्स 382.38 अंक (1.65%) टूटकर 22,820.15 अंक पर पहुंच गया।
- सेट कंपोजिट इंडेक्स 1.10% गिरकर 1,159.76 अंक पर, शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.51% फिसलकर 3,333.09 अंक पर और स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.08% की गिरावट के साथ 3,950.86 अंक पर कारोबार कर रहे हैं।
वैश्विक बाजारों में इस व्यापक गिरावट का मुख्य कारण ट्रंप की टैरिफ नीति को माना जा रहा है, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है और बिकवाली का दबाव बढ़ गया है।