वाशिंगटन। मध्य पूर्व में लगातार गरमाए हालातों के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल-ईरान संघर्ष को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया है कि दोनों देशों के बीच युद्धविराम लागू हो चुका है और अपील की है कि कोई पक्ष इसका उल्लंघन न करे।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा—
“वॉर इज़ ओवर… युद्धविराम अब लागू है। कृपया इसे न तोड़ें।”
इस बयान के कुछ देर बाद इजरायली अधिकारी ने भी पुष्टि की कि अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद संघर्ष विराम पर सहमति बनी है। अधिकारी ने कहा, “अगर सभी पक्ष युद्धविराम का पालन करते हैं, तो यह जारी रहेगा।” हालांकि, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।
इस बीच राहत की खबर यह रही कि ईरानी मिसाइल हमले के कारण अस्थायी रूप से बंद हुआ इजरायल का हवाई क्षेत्र अब दोबारा उड़ानों के लिए खोल दिया गया है।
ट्रंप ने एक और पोस्ट में कहा—
“इजरायल और ईरान मेरे पास लगभग एक साथ आए और बोले- ‘शांति!’ मुझे उसी पल पता चल गया था कि अब वक्त बदलने वाला है। मध्य पूर्व और पूरी दुनिया इसके असली विजेता हैं।”
उन्होंने आगे जोड़ा— “इन दोनों देशों के पास अपार संभावनाएं हैं। अगर ये धर्म और सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं, तो भविष्य समृद्ध होगा, वरना बहुत कुछ खो बैठेंगे।”
बता दें कि ट्रंप ने सोमवार शाम एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा था कि इजरायल और ईरान ने युद्धविराम पर औपचारिक सहमति जताई है और 6 घंटे बाद यह संघर्ष पूरी तरह थम जाएगा। उन्होंने पोस्ट में लिखा—
“12 घंटे का पूर्ण युद्धविराम लागू होगा, जिसके बाद यह युद्ध समाप्त माना जाएगा।”
हालांकि, इस बीच एक नया मोड़ तब आया जब ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने मीडिया को बताया कि ऐसे किसी युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। यह बयान ट्रंप के दावे से उलट है।
अब देखना होगा कि ट्रंप की इस अपील का दोनों देशों पर कितना असर होता है और क्या यह शांति स्थायी बन पाएगी या सिर्फ कुछ घंटों की राहत बनकर रह जाएगी।