BSE, MARKET

टैरिफ की आशंका से बाजार में गिरावट, पहली तिमाही के नतीजों से सेंटीमेंट में सुधार की उम्मीद

मुंबई। वैश्विक स्तर पर टैरिफ को लेकर बनी अनिश्चितता और पहली तिमाही के कमजोर आय सत्र की शुरुआत ने इस सप्ताह शेयर बाजार पर दबाव बना दिया। हफ्ते के अंतिम सत्रों में मुनाफावसूली हावी रही, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों 1% से ज्यादा टूटकर क्रमशः 82,500.47 और 25,149.85 के स्तर पर बंद हुए।

सप्ताह की शुरुआत में बाजार अपेक्षाकृत स्थिर बना रहा, लेकिन अंत में बिकवाली ने माहौल को लाल निशान में पहुंचा दिया। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा और अन्य सहयोगी देशों पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी से वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा है, जिससे निवेशकों का भरोसा डगमगाया।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च प्रमुख अजीत मिश्रा के मुताबिक, अमेरिका-भारत के संभावित व्यापार समझौते को लेकर उम्मीदें तो थीं, लेकिन स्पष्ट दिशा न मिलने के कारण जोखिम लेने की धारणा कमजोर रही। इसके साथ ही, आईटी दिग्गज टीसीएस के उम्मीद से कमजोर नतीजों ने आखिरी सत्रों में बाजार पर और दबाव बढ़ाया।

हालांकि इस गिरावट के बीच कुछ सकारात्मक संकेत भी दिखे। एफएमसीजी और उपभोक्ता आधारित शेयरों में चुनिंदा खरीदारी देखने को मिली, जिसकी वजह शहरी मांग में सुधार और बेहतर मार्जिन के संकेत हैं। साथ ही, मुद्रास्फीति में नरमी, ब्याज दरों में गिरावट और अनुकूल मानसून ने बाजार को कुछ हद तक सहारा दिया।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि उच्च वैल्यूएशन के बीच किसी ठोस कैटेलिस्ट की कमी और बड़ी आईटी कंपनियों के खराब प्रदर्शन ने बाजार को नीचे खींचा है। इससे FY26 के आय अनुमानों को लेकर भी संदेह गहरा गया है।

अब निवेशकों की नजरें पूरी तरह से कमाई के सीजन पर टिकी हैं। इस हफ्ते HCL टेक, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, ICICI बैंक, विप्रो, JSW स्टील, L&T फाइनेंस और HDFC बैंक जैसे दिग्गज कंपनियों के नतीजे आने वाले हैं, जिससे बाजार की चाल तय होगी।

इसके अलावा, 14 जुलाई को जारी होने वाले थोक मूल्य सूचकांक (WPI) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आंकड़े भी बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे। साथ ही, विदेशी निवेशकों का रुझान और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी अहम फैक्टर बने रहेंगे।

वैश्विक मोर्चे पर भी निवेशकों की नजरें अमेरिका की महंगाई दर, व्यापार वार्ताओं और टैरिफ संबंधी किसी भी अपडेट पर बनी रहेंगी।

अजीत मिश्रा ने निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, “हालिया गिरावट के बाद बाजार फिलहाल एक समेकन (consolidation) के दौर में जा सकता है। ग्लोबल अस्थिरताओं और तिमाही नतीजों के चलते अगले कुछ हफ्तों में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। ऐसे में निवेशकों को स्टॉक-विशिष्ट रणनीति अपनानी चाहिए।”

RASHIFAL, horoscope, RASHI

🔮 आज का राशिफल: 12 जुलाई 2025, जानिए कैसा रहेगा आपका दिन!

AEROPLANE, PLANE

FY26 में घरेलू उड़ानों की रफ्तार बढ़ेगी, ICRA की रिपोर्ट में खुलासा – 10% तक बढ़ेगी यात्रियों की संख्या