नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने लोकसभा में बुधवार को पेश किए गए वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन किया। चर्चा के दौरान पार्टी नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि बिहार में पिछले 20 वर्षों के शासन के दौरान उनकी पार्टी ने मुस्लिम समुदाय के हित में सबसे अधिक काम किया है। उन्होंने साफ किया कि उन्हें किसी से धर्मनिरपेक्षता का प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं है।
ललन सिंह ने कहा कि वक्फ को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं कि यह मुस्लिम विरोधी है, जबकि वक्फ किसी धर्म विशेष की संस्था नहीं बल्कि एक ट्रस्ट है। वक्फ बोर्ड भी एक प्रशासनिक और नियामक संस्था मात्र है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ट्रस्ट को सभी मुसलमानों, विशेष रूप से महिलाओं और पसमांदा मुसलमानों के साथ न्याय करना चाहिए।
उन्होंने विधेयक के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसका विरोध दो प्रकार के लोग कर रहे हैं—पहले वे जो केवल वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं, और दूसरे वे जिनका वक्फ संपत्तियों पर कब्जा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार वक्फ संपत्तियों में पारदर्शिता लाना चाहती है और उनकी आमदनी बढ़ाने के प्रयास कर रही है।
इसके साथ ही, ललन सिंह ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा और पसमांदा मुसलमानों की गिनती किए जाने की मांग भी उठाई।