श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंक के फंडिंग नेटवर्क पर राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए जम्मू, डोडा और हंदवाड़ा में तीन अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है। ये छापे क्रिप्टोकरेंसी के जरिए सीमा पार से हो रही आतंकी फंडिंग के एक बड़े रैकेट की जांच का हिस्सा हैं।
सूत्रों के मुताबिक, तलाशी अभियान के दौरान महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक सबूत और दस्तावेज हाथ लगे हैं, जो आतंकवाद को गुप्त रूप से फंड देने वाले नेटवर्क की परतें खोलने में मदद करेंगे। जांच से संकेत मिले हैं कि क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से विदेशी फंडिंग जम्मू-कश्मीर में युवाओं को भड़काने और देशविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने में इस्तेमाल हो रही थी।
यह छापेमारी एफआईआर संख्या 12/2022 के तहत की गई, जो कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 18, 38, 39 और आईपीसी की धारा 120बी, 121 और 121ए के अंतर्गत दर्ज मामले की जांच का हिस्सा है।
एसआईए ने स्पष्ट किया है कि इस अभियान का मकसद उन लोगों की पहचान करना है जो भारत विरोधी विचारधारा फैलाकर युवाओं को उकसाने का काम कर रहे हैं, जिससे देश की सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है।
एजेंसी का कहना है कि जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और दस्तावेजों से आतंकी गतिविधियों में शामिल सह-षड्यंत्रकारियों और सहयोगियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने में मदद मिलेगी। एसआईए का कहना है कि वह जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और उसके समर्थन तंत्र को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, चाहे वह फंडिंग का तरीका पारंपरिक हो या क्रिप्टोकरेंसी जैसे नए माध्यम से।