रायपुर/दुर्ग-भिलाई: स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई स्थित सुपेला क्षेत्र से एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। महिला पिछले दो वर्षों से फर्जी पहचान और दस्तावेजों के सहारे देश में छिपकर रह रही थी।
पुलिस की जांच में सामने आया कि गिरफ्तार महिला का असली नाम पन्ना बीबी है, जो मूलतः बांग्लादेश के खुलना जिले की रहने वाली है। उसने अपना नाम बदलकर अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष रखा था और सुपेला में एक मकान किराए पर लेकर रह रही थी। इसके साथ ही उसने फर्जी आधार कार्ड बनाकर सरकारी सुविधाओं का भी लाभ उठाया।
जानकारी के मुताबिक, पन्ना बीबी करीब आठ साल पहले बिना वैध पासपोर्ट और वीजा के भारत में घुसी थी। वह पहले कोलकाता के सोनागाछी इलाके में पांच साल और फिर दिल्ली में एक साल तक रह चुकी है। दिल्ली में एक महिला पूजा के संपर्क में आने के बाद वह भिलाई आ गई और सुपेला के नेहरू चौक में अंजली सिंह के नाम से रहना शुरू कर दिया।
पुलिस ने मोबाइल और अन्य डिजिटल साक्ष्यों से पता लगाया कि महिला बांग्लादेश में अपने परिवार से IMMO ऐप के जरिए नियमित संपर्क में थी। उसके मोबाइल से बांग्लादेश के दर्जनों नंबरों पर कॉलिंग के प्रमाण भी मिले हैं। साथ ही, उसने दिल्ली के निहाल विहार का फर्जी आधार कार्ड बनाकर अस्पताल में इलाज के लिए भी इस्तेमाल किया।
महिला जिस मकान में रह रही थी, उसके मालिक सूरज साव ने पुलिस को किरायेदार की सही जानकारी नहीं दी। इसे घुसपैठिए को सहयोग देने का मामला माना जा रहा है और सूरज साव के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
महिला के खिलाफ विदेशी नागरिक अधिनियम, पासपोर्ट अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश तिवारी, सुपेला थाना प्रभारी विजय यादव और एसटीएफ के सहायक उप निरीक्षक रमेश सिन्हा, पंकज चतुर्वेदी व संतोष गुप्ता की अहम भूमिका रही।