बैकुंठपुर। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के बैकुंठपुर स्थित शासकीय कुक्कुट पालन केंद्र में बर्ड फ्लू (एवियन एन्फ्लुएंजा) का संक्रमण फैल गया है, जिसकी पुष्टि भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज ने की है। सोमवार को रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद जिला कलेक्टर चंदन संजय त्रिपाठी के निर्देश पर तत्काल कार्रवाई की गई। रात में आपातकालीन बैठक बुलाकर शासकीय कुक्कुट पालन केंद्र के सभी चूजों, अंडों, मुर्गियों और बटेरों को नष्ट कर दिया गया।
संक्रमण की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बैकुंठपुर के एक किलोमीटर के दायरे को इन्फेक्टेड जोन और 1 से 10 किलोमीटर के दायरे को सर्विलेन्स जोन घोषित कर दिया है। मुर्गा-मुर्गी और अंडे की बिक्री पर रोक लगा दी गई है, और पोल्ट्री उत्पादों की दुकानों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा, डोर-टू-डोर डिलीवरी भी रोक दी गई है।
कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि यह आदेश तीन महीने या अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। इन्फेक्टेड जोन की सीमा बैकुंठपुर से जनकपुर, धौराटिकरा, खुटहनपारा और एमएलए नगर तक है, जबकि सर्विलेन्स जोन महोरा पुल से शंकरपुर, छरछा बस्ती और बड़गांव तक फैला हुआ है।
कलेक्टर ने यह भी बताया कि 31 मार्च 2025 तक शासकीय कुक्कुट पालन केंद्र में 2,487 वयस्क मुर्गे-मुर्गियां, 2,448 बटेर पक्षी, 9,998 चूजे, 19,095 अंडे, 200 बटेर अंडे और 7,500 किलो कुक्कुट आहार का विनाश किया गया है।
पशु चिकित्सा विभाग ने रैपिड रिस्पांस टीम गठित की है, जो आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय है, जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे की पांच टीम बनाई गई हैं। कलेक्टर ने शहरवासियों से अपील की है कि वे चिकन और अंडे न खरीदें, और मुर्गियों को बाहर न छोड़ें।
इसके साथ ही, बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए जिले में मुनादी की जा रही है और सूरजपुर, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, और बिलासपुर मार्ग पर जांच के लिए बैरियर लगाए जाएंगे। कलेक्टर ने यह भी बताया कि जो निजी दुकानदार मुर्गी और चूजे विनष्ट करेंगे, उन्हें नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा।