पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बड़ा सियासी मास्टरस्ट्रोक खेला है। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत दी जाने वाली राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति माह कर दिया है। खास बात यह है कि इस बढ़ी हुई रकम को उन्होंने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए लाभार्थियों के खातों में सीधे ट्रांसफर भी कर दिया।
इस योजना के तहत 1 करोड़ 11 लाख पेंशनधारियों के खातों में कुल 1,227 करोड़ रुपये की राशि भेजी गई है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए इस बड़ी सौगात की घोषणा की और राज्यभर से जुड़े करीब 50 लाख लोगों को संबोधित भी किया।
हर महीने की 10 तारीख को मिलेगा पैसा
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अब से यह पेंशन राशि हर महीने की 10 तारीख को नियमित रूप से खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी। उन्होंने इसे सरकार की प्रतिबद्धता बताया कि समाज के कमजोर और वंचित वर्गों तक राहत सीधे पहुंचे।
20 सालों में बदला बिहार, अब नई राजनीति की शुरुआत: नीतीश
अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने बीते दो दशकों की अपनी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “24 नवंबर 2005 को जब हमने सरकार संभाली, तब से ही सभी वर्गों के कल्याण के लिए योजनाएं शुरू कीं। खासकर समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों के लिए हमने निरंतर काम किया है।”
उन्होंने लालू-राबड़ी शासन पर तंज कसते हुए कहा, “20 साल पहले बिहार की स्थिति किसी से छिपी नहीं थी। गलती से दो बार उनके साथ गए थे, लेकिन अब कहीं नहीं जाएंगे। अब एनडीए के साथ मिलकर नया बिहार बनाएंगे।”
महिलाओं को मिला सम्मान और अधिकार
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के लिए उठाए गए कदमों को भी प्रमुखता से गिनाया। उन्होंने कहा कि “पहले महिलाएं पूछती थीं, अब वे सम्मान के साथ जी रही हैं। हमने 50% आरक्षण, आर्थिक सहायता और कई सुविधाएं दीं। अब उनका पहनावा और आत्मविश्वास दोनों बदला है।”
“हर वर्ग का उत्थान हमारी प्राथमिकता”
नीतीश कुमार ने दोहराया कि सरकार हर वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी इसी सोच के साथ योजनाएं लागू करती रहेगी। उन्होंने कहा, “बिहार अब विकास की राह पर तेजी से बढ़ रहा है। हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति, खासकर कमजोर वर्ग, सम्मान और सुरक्षा के साथ जीवन बिताए।”