नई दिल्ली। दुनियाभर के शेयर बाजारों से आज निवेशकों को मिश्रित संकेत मिले हैं। जहां अमेरिकी बाजार दबाव में नजर आए, वहीं यूरोप और एशिया के अधिकांश बाजारों में तेजी का माहौल देखने को मिला।
अमेरिकी बाजारों में कमजोरी जारी
अमेरिका में ब्याज दरों को लेकर फेडरल रिजर्व के रुख और टैरिफ को लेकर बनी अनिश्चितता के चलते निवेशकों का भरोसा कमजोर पड़ा है। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.39% गिरकर 5,940.46 अंक पर बंद हुआ, जबकि टेक-हैवी नैस्डेक में 0.38% की गिरावट दर्ज की गई, जो अब 19,142.71 पर बंद हुआ। डाउ जॉन्स फ्यूचर्स भी फिलहाल 0.21% की गिरावट के साथ 42,589.03 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
यूरोपीय बाजारों में छाई तेजी
अमेरिका के उलट, यूरोपीय बाजारों ने पिछले सत्र में जबरदस्त मजबूती दिखाई। लंदन का एफटीएसई इंडेक्स 0.93% चढ़कर 8,781.12 पर बंद हुआ। फ्रांस का सीएसी इंडेक्स 0.74% की मजबूती के साथ 7,942.42 तक पहुंचा, वहीं जर्मनी का डीएएक्स इंडेक्स 101.13 अंकों की बढ़त के साथ 24,036.11 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में खरीदारी का जोर
एशिया के शेयर बाजारों में आज मिलाजुला लेकिन ज्यादातर सकारात्मक रुख देखने को मिला। 9 में से 7 प्रमुख एशियाई बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं।
- ताइवान वेटेड इंडेक्स ने 1.09% की जोरदार छलांग लगाई और 21,760.32 पर पहुंचा।
- कोस्पी इंडेक्स 1.03% चढ़कर 2,628.65 पर पहुंचा।
- हैंग सेंग इंडेक्स में 0.48% की तेजी रही, जो अब 23,795.04 पर कारोबार कर रहा है।
- गिफ्ट निफ्टी में 0.21% की तेजी रही और यह 24,826 के स्तर पर दिखा।
अन्य बाजारों की बात करें तो शंघाई कंपोजिट, जकार्ता कंपोजिट, और सेट कंपोजिट जैसे इंडेक्स भी हल्की से मध्यम तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं।
हालांकि, जापान का निक्केई और सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ लाल निशान में नजर आए।
निष्कर्ष
ग्लोबल संकेत फिलहाल मिले-जुले हैं लेकिन एशियाई बाजारों में सकारात्मकता का माहौल निवेशकों को राहत दे रहा है। यूरोप की मजबूती भी संकेत देती है कि वैश्विक निवेश धारणा में सुधार की उम्मीद अभी बरकरार है, हालांकि अमेरिका की मौद्रिक नीति और व्यापार संबंधी अनिश्चितताएं बाजारों की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।