मुंबई। सप्ताह की शुरुआत ग्लोबल बाजारों के मिले-जुले संकेतों के साथ हुई है। जहां अमेरिकी बाजारों में मजबूती देखने को मिली, वहीं यूरोप के प्रमुख इंडेक्स दबाव में रहे। इस बीच एशियाई बाजारों ने निवेशकों को राहत दी है और ज्यादातर सूचकांक हरे निशान पर कारोबार करते नजर आ रहे हैं।
अमेरिका में सकारात्मक संकेत
अमेरिकी बाजारों में बीते सत्र में अच्छा खासा उछाल देखा गया, जिसकी प्रमुख वजह अमेरिका की कई देशों के साथ संभावित ट्रेड डील को लेकर बनी सहमति रही। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.52% की तेजी के साथ 6,204.95 पर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक 0.47% चढ़कर 20,369.73 पर बंद हुआ। हालांकि, डाउ जोंस फ्यूचर्स आज हल्की 0.03% गिरावट के साथ 44,080.46 पर कारोबार करता दिखा।
यूरोप में बनी रही बिकवाली की धार
इसके उलट, यूरोपीय बाजारों पर दबाव बना रहा। एफटीएसई इंडेक्स 0.43% गिरकर 8,760.96 पर बंद हुआ, वहीं सीएसी 0.33% टूटकर 7,665.91 और डीएएक्स इंडेक्स 0.52% गिरकर 23,909.61 के स्तर पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में उछाल, निक्केई अपवाद
एशियाई बाजारों ने आज उम्मीद जगाई है। कुल 9 प्रमुख एशियाई बाजारों में से 7 हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं। हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में अवकाश के कारण हैंग सेंग इंडेक्स बंद है। हालांकि जापान का निक्केई इंडेक्स 454.27 अंक यानी 1.12% टूटकर 40,033.12 पर कारोबार करता दिखा।
बाकी एशियाई बाजारों में मजबूती
गिफ्ट निफ्टी में 0.21% की तेजी दर्ज की गई है और यह 25,655.50 के स्तर पर पहुंच गया। स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.79% उछलकर 3,995.62 पर, ताइवान वेटेड इंडेक्स 1.45% की छलांग के साथ 22,579.29 पर और कोस्पी इंडेक्स 1.34% की मजबूती के साथ 3,112.88 पर कारोबार कर रहा है।
शंघाई कंपोजिट इंडेक्स भी 0.21% की तेजी के साथ 3,451.69, सेट कंपोजिट 0.05% की बढ़त के साथ 1,090.15 और जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.04% की मामूली बढ़त के साथ 6,930.71 अंक पर नजर आ रहे हैं।
निष्कर्ष:
जहां एक ओर अमेरिकी और एशियाई बाजारों से सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, वहीं यूरोपीय बाजारों की कमजोरी फिलहाल चिंता का विषय है। वैश्विक संकेतों के इस मिलेजुले माहौल में निवेशकों को सतर्क रहकर कदम उठाने की सलाह दी जा रही है।
