नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय बाजारों से आ रहे कमजोर संकेतों ने एशियाई शेयर बाजारों पर भी दबाव बना दिया है। अमेरिका और यूरोप के साथ-साथ एशियाई बाजारों में भी आज गिरावट का माहौल है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।
अमेरिकी बाजारों में उतार-चढ़ाव:
बीते कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला। डाउ जॉन्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि एसएंडपी 500 और नैस्डेक में थोड़ी तेजी दर्ज की गई। एसएंडपी 500 0.10% की बढ़त के साथ 5,892.58 पर और नैस्डेक 0.72% उछलकर 19,146.81 अंक पर बंद हुआ। फिलहाल डाउ जॉन्स फ्यूचर्स 147 अंक की कमजोरी के साथ 41,903.61 पर कारोबार कर रहा है।
यूरोपीय बाजारों में भी दबाव बरकरार:
पिछले सत्र में यूरोप के प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। एफटीएसई 0.21%, सीएसी 0.47% और डीएएक्स 0.47% की गिरावट के साथ सत्र का अंत कर चुके हैं।
एशियाई बाजारों में बिकवाली हावी:
एशिया के 9 में से 7 बाजार आज लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।
- स्ट्रेट्स टाइम्स 0.41% की तेजी के साथ अपवाद रहा।
- जकार्ता कंपोजिट ने 1.11% की छलांग लगाई।
लेकिन अन्य प्रमुख बाजारों में गिरावट का रुख रहा: - निक्केई 1.04% गिरकर 37,731.40 पर
- हैंग सेंग 0.25% लुढ़ककर 21,765.19 पर
- शंघाई कंपोजिट 0.42% की गिरावट के साथ
- कोस्पी 0.21% कमजोर
- ताइवान वेटेड 0.08% नीचे
- सेट कंपोजिट में सबसे ज्यादा 1.31% की गिरावट देखी गई।
गिफ्ट निफ्टी में भी गिरावट:
भारतीय बाजार के संकेतक गिफ्ट निफ्टी भी 0.33% की कमजोरी के साथ 24,633.50 पर कारोबार करता नजर आ रहा है।
निष्कर्ष:
ग्लोबल मार्केट्स में मंदी के संकेतों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। बाजार की इस चाल पर आगे की रणनीति बनाते समय सतर्कता जरूरी है।