सूरत। गुजरात सरकार ने राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया है। शुक्रवार-शनिवार की रात गुजरात पुलिस ने अब तक के सबसे बड़े अभियान का आगाज किया। अहमदाबाद में 890 और सूरत में 134 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है।
सूरत पुलिस आयुक्त कार्यालय में शनिवार को गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने राज्यभर के पुलिस अधीक्षकों, रेंज आईजी और लॉ एंड ऑर्डर से जुड़े उच्च अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अभियान को और तेज़ किया जाए और बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मंत्री संघवी ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को दो दिनों के अंदर नजदीकी पुलिस थाने में सरेंडर करने का आदेश दिया। अगर वे ऐसा नहीं करते, तो उनके खिलाफ कठोर प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे।
संघवी ने यह भी कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को आश्रय देने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त कार्यालय में राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विकास सहाय ने इस अभियान की जानकारी साझा करते हुए कहा कि अहमदाबाद में एक ही रात में 890 और सूरत में 134 बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि फर्जी दस्तावेज बनाने वाले बंगाल के आपराधिक नेटवर्क के संबंध में भी जांच जारी है।
डीजीपी ने इस अभियान को राज्य में अवैध घुसपैठियों और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस अभियान को और तेज किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, पकड़े गए बांग्लादेशियों में अधिकांश लोग फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों में रह रहे थे। इनमें से कुछ पर ड्रग्स, मानव तस्करी और अन्य आपराधिक मामलों में संलिप्तता भी पाई गई है। पुलिस ने दो बांग्लादेशी घुसपैठियों पर अल-कायदा के स्लिपर सेल के रूप में काम करने का शक जताया है, और इसकी जांच जारी है।
गुजरात पुलिस इस अभियान को जल्द ही और व्यापक बनाएगी और सभी अवैध घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।