GAZA WAR

गाजा युद्ध पर छात्रों के विरोध का असर: आयरलैंड की ट्रिनिटी यूनिवर्सिटी ने इजराइल से तोड़े सारे संबंध

डबलिन। गाजा में इजराइली सैन्य कार्रवाइयों और कथित मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ उठती छात्र आवाज आखिरकार रंग लाई। आयरलैंड की प्रमुख और ऐतिहासिक यूनिवर्सिटी ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए इजराइल के साथ अपने सभी शैक्षणिक और व्यावसायिक रिश्ते तोड़ने का ऐलान किया।

यह कदम यूनिवर्सिटी कैंपस में बीते कई हफ्तों से जारी छात्र विरोध प्रदर्शनों और जनदबाव के बाद उठाया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को एक आधिकारिक ईमेल भेजकर सूचित किया कि अब ट्रिनिटी कॉलेज इजराइल की किसी भी कंपनी के साथ व्यापार नहीं करेगा, उन पर किए गए सभी निवेश वापस लिए जाएंगे और इजराइली विश्वविद्यालयों के साथ कोई नया अकादमिक समझौता नहीं किया जाएगा।

प्रशासन ने अपने फैसले को “इजराइल द्वारा अंतरराष्ट्रीय और मानवीय कानूनों के लगातार उल्लंघन” के जवाब में लिया गया कदम बताया है। इस निर्णय को छात्रों और मानवाधिकार समूहों ने एक नैतिक जीत करार दिया है।

हालांकि, इजराइल समर्थक संगठनों ने इस कदम की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि इससे शैक्षणिक स्वतंत्रता, संवाद और वैश्विक सहयोग को धक्का लगेगा।

गौरतलब है कि ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन न केवल आयरलैंड का सबसे पुराना, बल्कि यूरोप के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है। उसका यह फैसला यूरोपीय अकादमिक जगत में इजराइल विरोधी रुख के बढ़ते असर की एक बड़ी मिसाल माना जा रहा है।

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