काहिरा। ग़ाज़ा में इजरायली हमलों की बर्बरता एक बार फिर दिल दहला देने वाली तस्वीर लेकर आई है। पिछले 24 घंटों में इजरायल के ताजा हवाई हमलों में कम से कम 79 लोगों की मौत हो चुकी है। ग़ाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ये आंकड़े केवल उन अस्पतालों तक सीमित हैं, जो अभी काम कर रहे हैं। उत्तरी ग़ाज़ा के कई अस्पताल इजरायली हमलों के चलते पूरी तरह संपर्क से बाहर हो चुके हैं, जिससे असली मौत का आंकड़ा कहीं अधिक हो सकता है।
इन हमलों में सबसे दिल तोड़ देने वाली घटना खान यूनुस शहर से आई, जहां नासिर अस्पताल में कार्यरत बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अलाअ नज्जार ने अपने 10 में से 9 बच्चों को एक ही झटके में खो दिया। उस वक्त डॉक्टर नज्जार अस्पताल में ड्यूटी पर थीं और जैसे ही हमले की खबर मिली, वह दौड़ती हुई घर पहुंचीं। लेकिन तब तक सब कुछ राख हो चुका था। उनका घर आग की लपटों में जल रहा था।
डॉक्टर का पति गंभीर रूप से घायल है, जबकि उनका एकमात्र जीवित बचा 11 वर्षीय बेटा भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। मृत बच्चों की उम्र सिर्फ 7 महीने से लेकर 12 साल के बीच बताई गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता खलील अल-दुक्रान ने बताया कि दो बच्चों के शव अब भी मलबे में दबे हुए हैं।
इजरायली सेना ने इस हमले को सही ठहराते हुए कहा कि यह कार्रवाई उन संदिग्धों के खिलाफ की गई जो एक इमारत में छिपे थे। सेना ने खान यूनुस को “युद्ध क्षेत्र” घोषित करते हुए दावा किया कि नागरिकों को क्षेत्र छोड़ने की चेतावनी पहले ही दी जा चुकी थी। हालांकि, निर्दोषों की मौत की खबरों की जांच की बात भी कही गई है।
इजरायली वायुसेना ने अपने बयान में बताया कि बीते 24 घंटों में ग़ाज़ा में 100 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया है।
ग़ाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुए इस युद्ध में अब तक 53,901 लोगों की जान जा चुकी है। मौत का यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा — और सबसे बड़ी कीमत चुकाते जा रहे हैं वे, जो सबसे मासूम हैं।
