इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मूसलाधार बारिश के बाद आई अचानक बाढ़ ने तबाही मचा दी। स्वात जिले में नदी का जलस्तर इतनी तेजी से बढ़ा कि 17 लोगों की जान चली गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इस भयावह हादसे के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग मदद की गुहार लगाते दिखाई दे रहे हैं।
प्रोविंशियल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (PDMA) के अनुसार, बाढ़ में जान गंवाने वालों में चार पुरुष, तीन महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा 6 लोग घायल हैं और 73 अन्य अब भी अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, फिजागत क्षेत्र में नदी के किनारे नाश्ता कर रहे दो परिवार इस बाढ़ की चपेट में आ गए, जिससे एक ही झटके में 17 लोगों की जान चली गई।
बाढ़ से 56 घरों को नुकसान पहुंचा है, जिनमें से 6 पूरी तरह ढह चुके हैं जबकि 50 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। डिप्टी कमिश्नर शहजाद महबूब ने बताया कि बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है और अब तक तीन लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
PDMA ने स्वात, पेशावर, चरसद्दा और नौशेरा जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है और प्रशासन को बाढ़ के संभावित खतरों के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि इस त्रासदी की सूचना सुबह 8 बजे मिली थी, जिसके बाद रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचीं। बाढ़ की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि घटनास्थल से सामने आए वीडियो में महिलाएं और बच्चे बहते पानी में फंसे हुए नजर आ रहे हैं, जो लोगों के रोंगटे खड़े कर रहे हैं।
पाकिस्तान में मानसून का कहर हर साल कई जिंदगियां निगलता है, लेकिन इस बार की त्रासदी ने एक बार फिर से आपदा प्रबंधन और समय पर चेतावनी प्रणाली की कमजोरियों को उजागर कर दिया है।
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