नई दिल्ली। खान मंत्रालय गुरुवार को गोवा में पहली बार अन्वेषण लाइसेंस (Exploration License – EL) की नीलामी शुरू करने जा रहा है। यह कदम देश के अप्रयुक्त महत्वपूर्ण और गहरे खनिज संसाधनों के दोहन के लिए सरकार की एक बड़ी सुधारात्मक पहल मानी जा रही है।
महत्वपूर्ण कार्यक्रम और भागीदारी
इस कार्यक्रम के तहत महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों के 5वें चरण पर एक रोड शो और एआई हैकाथॉन 2025 का शुभारंभ भी होगा। यह हैकाथॉन “एआई का उपयोग करके खनिज लक्ष्यीकरण” पर केंद्रित होगा। इस अवसर पर केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी. किशन रेड्डी और गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत भी उपस्थित रहेंगे।
किन खनिजों की नीलामी होगी?
2023 में एमएमडीआर संशोधन अधिनियम के तहत लिथियम, तांबा, कोबाल्ट, सोना, चांदी, रेयर अर्थ एलिमेंट्स (REE) और प्लैटिनम ग्रुप एलिमेंट्स (PGE) सहित 29 महत्वपूर्ण और गहरे खनिजों की खोज और पूर्वेक्षण में निजी क्षेत्र की भागीदारी को अनुमति दी गई थी। इसी के तहत पहले चरण में 13 अन्वेषण ब्लॉकों की नीलामी होगी, जिनमें REE, जिंक, डायमंड, कॉपर और PGE शामिल हैं।
नीलामी प्रक्रिया और विस्तृत जानकारी
केंद्र सरकार ने एमएमडीआर अधिनियम की धारा 20ए के तहत 21 अक्टूबर 2024 को ईएल नीलामी प्रक्रिया आयोजित करने का आदेश दिया था। नीलामी पारदर्शी ऑनलाइन बोली प्रक्रिया के माध्यम से होगी, और निविदा दस्तावेज 20 मार्च, 2025 से एमएसटीसी नीलामी मंच पर उपलब्ध होंगे। इच्छुक पक्ष विस्तृत जानकारी के लिए एमएसटीसी पोर्टल पर जा सकते हैं।
कैसे बढ़ेगा भारत का खनिज आत्मनिर्भरता?
इस पहल से खनिज अन्वेषण में तेजी आएगी, निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ेगी, और भारत की खनिज सुरक्षा एवं आत्मनिर्भरता को मजबूती मिलेगी। खान मंत्रालय खनन क्षेत्र में अन्वेषण, नवाचार और सतत विकास को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।