नई दिल्ली। भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ के बीच अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने क्रिकेट प्रेमियों को चौंकाते हुए खेल के सभी फॉर्मेट्स में आठ बड़े नियमों में बदलाव की घोषणा कर दी है। ये बदलाव वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 फाइनल के बाद लागू किए गए हैं। टेस्ट फॉर्मेट से जुड़े नियम पहले ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 चक्र से प्रभावी हो चुके हैं, जबकि व्हाइट बॉल क्रिकेट (वनडे और टी20) के नियम 2 जुलाई से लागू होंगे।
आइए जानते हैं वो 8 बड़े बदलाव जो क्रिकेट का चेहरा बदल देंगे:
अब टेस्ट में भी चलेगी ‘स्टॉप क्लॉक’
टेस्ट मैचों में अब ओवर की गति तेज करने के लिए ‘स्टॉप क्लॉक’ का नियम लागू कर दिया गया है। हर ओवर के बाद फील्डिंग टीम को अगला ओवर 60 सेकेंड के भीतर शुरू करना होगा। दो चेतावनियों के बाद यदि देरी हुई, तो हर बार 5 रन की पेनाल्टी लगेगी।
वनडे में बॉल का नियम बदला
अब से वनडे मैचों में एक टीम 35 ओवर तक एक ही गेंद का इस्तेमाल करेगी। पहले 25-25 ओवर तक दो अलग-अलग गेंदें इस्तेमाल होती थीं। ये बदलाव मैच की संतुलन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए किया गया है।
लार पर सख्ती और नया प्रावधान
गेंद पर लार लगाना पहले से बैन था, लेकिन अब अगर कोई खिलाड़ी ऐसा करता है, तो उस गेंद को बदलवाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। टीम को इसका लाभ लेने से रोका जाएगा।
नो बॉल पर अब कैच की भी जांच
पहले नो बॉल पर सिर्फ नो बॉल चेक होती थी, लेकिन अब अगर उसी गेंद पर कैच होता है, तो उसकी वैधता की भी जांच होगी। अगर कैच सही है, तो बल्लेबाज़ को आउट नहीं माना जाएगा लेकिन टीम को एक रन मिलेगा।
जानबूझकर शॉर्ट रन पर 5 रन की पेनाल्टी
यदि बल्लेबाज़ जानबूझकर शॉर्ट रन लेने की कोशिश करता है, तो बल्लेबाज़ी कर रही टीम पर सीधे 5 रन की पेनाल्टी लगेगी।
एक साथ दो अपील? ये होगा नया तरीका
अगर किसी गेंद पर एलबीडब्ल्यू और रन आउट दोनों की अपील होती है, तो अब पहले एलबीडब्ल्यू की जांच की जाएगी। यदि बल्लेबाज़ एलबीडब्ल्यू आउट पाया गया तो गेंद वहीं डेड मानी जाएगी और रन आउट की जांच नहीं होगी।
बाउंड्री के पास कैच के नियम में बदलाव
अब कोई फील्डर बाउंड्री के बाहर हवा में रहते हुए गेंद को केवल एक बार ही टच कर सकता है। अगर वह गेंद को बाउंड्री के अंदर धकेलता है तो उसे खुद भी बाउंड्री के अंदर आकर कैच पूरा करना होगा, तभी कैच वैध माना जाएगा।
DRS में भी नया ट्विस्ट
यदि बल्लेबाज़ को ऑन-फील्ड अंपायर कैच आउट देता है और रिव्यू में सामने आता है कि गेंद पैड से लगी थी, तो अब थर्ड अंपायर एलबीडब्ल्यू की भी जांच करेगा।
निष्कर्ष:
ICC के इन नए नियमों का मकसद खेल को और अधिक निष्पक्ष, तेज़ और रोचक बनाना है। फैंस को आने वाले मैचों में इन बदलावों का सीधा असर देखने को मिलेगा।