मुंबई। स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा द्वारा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर की गई व्यंग्यात्मक टिप्पणी को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में हंगामा हुआ। विरोध में सत्ता पक्ष के विधायकों ने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए सदन में शोरगुल किया, जिसके चलते कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में आश्वासन दिया कि कामरा के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
विधानसभा में शिंदे गुट के विधायक अर्जुन खोतकर ने कहा कि कुणाल कामरा की टिप्पणी उपमुख्यमंत्री का अपमान है और इससे पहले भी उन्होंने प्रधानमंत्री व सुप्रीम कोर्ट पर इसी तरह के बयान दिए हैं। इसलिए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सत्ता पक्ष के अन्य विधायकों ने भी इस मांग का समर्थन किया, जिसके बाद अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
बाद में कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने कामरा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने 2024 के विधानसभा चुनाव में दिखा दिया है कि बालासाहेब ठाकरे के विचारों का असली उत्तराधिकारी कौन है। उन्होंने कहा कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास रखती है, लेकिन अगर कोई सुनियोजित तरीके से अपमान करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
इसी मुद्दे पर विधान परिषद में भाजपा विधायक प्रवीण दरेकर ने भी कामरा की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि शिंदे एक बड़े नेता हैं और उनके खिलाफ की गई व्यंग्यात्मक टिप्पणी से समर्थकों में रोष है।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि कुणाल कामरा का बयान वास्तविकता पर आधारित था और इसे हल्के-फुल्के अंदाज में लिया जा सकता था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मुद्दे को लेकर खार स्थित एक होटल में तोड़फोड़ की गई, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ी। दानवे ने मांग की कि होटल में तोड़फोड़ करने वालों पर ही कार्रवाई की जानी चाहिए।