कीव। शांति की उम्मीदों पर फिर पानी फिर गया है। युद्धग्रस्त यूक्रेन की राजधानी कीव एक बार फिर रूसी मिसाइलों और ड्रोन के कहर से दहशत में डूब गई। शनिवार रात रूस ने कीव सहित कई शहरों पर भारी हमला बोला, जिसमें तीन मासूम बच्चों समेत 12 लोगों की जान चली गई, जबकि करीब 79 लोग घायल हो गए। यह हमला यूक्रेन में मनाए जाने वाले ‘कीव दिवस’ से ठीक पहले हुआ — एक दिन जब राजधानी जश्न में डूबने वाली थी, पर अब शोक में डूब गई है।
द कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने 69 मिसाइलें और 298 ड्रोन यूक्रेनी क्षेत्रों पर दागे। यूक्रेनी वायुसेना ने दावा किया कि इनमें से 45 क्रूज मिसाइलों और 266 ड्रोन को मार गिराया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
रूसी हमलों ने कीव, ओडेसा, खारकीव, मायकोलाइव, सुमी, टेरनोपिल और चेर्निहाइव जैसे प्रमुख क्षेत्रों को हिला कर रख दिया। 80 से अधिक रिहायशी इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं, कई जगहों पर भंडारण और औद्योगिक परिसरों में भीषण आग लग गई। जाइटॉमिर में तीन बच्चों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया।
कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने बताया कि राजधानी के होलोसिव्स्की जिले में एक छात्रावास पर ड्रोन का मलबा गिरा जिससे आग लग गई। वहीं शेवचेनकिव्स्की जिले में एक व्यावसायिक केंद्र भी बर्बाद हो गया। हमले के बाद सैकड़ों लोगों ने रात मेट्रो स्टेशनों में छिपकर बिताई, जैसे किसी भयावह दृश्य की पुनरावृत्ति हो।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी हमलों को “युद्ध को जबरन खींचने की साजिश” करार देते हुए कहा, “हर दिन रूस निर्दोषों की हत्या कर रहा है।” उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पुतिन पर दबाव बढ़ाने की मांग की है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला युद्ध की शुरुआत से अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला हो सकता है। अमेरिका ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए नए प्रतिबंधों पर विचार शुरू कर दिया है। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी रूस की आक्रामकता पर चिंता जताई है।
हालांकि एक ओर युद्धबंदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया दोनों देशों के बीच चल रही है — अब तक 1,000 से ज्यादा कैदियों का आदान-प्रदान हो चुका है — पर आज़ोव ब्रिगेड के सैनिकों और पुराने राजनीतिक कैदियों का मामला अब भी अधर में है।
अंततः, यह हमला एक और साक्ष्य है कि शांति की राह अभी बहुत दूर है। कीव पर मचे कहर ने यूक्रेनी जनता की जिजीविषा को तो नहीं तोड़ा, लेकिन एक बार फिर दुनिया को याद दिला दिया है कि यह युद्ध अभी थमा नहीं है — और इसकी चुभन हर दिन और गहरी होती जा रही है।