नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के पोस्टर बॉय और फैंस के दिलों की धड़कन विराट कोहली ने आखिरकार टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। 14 साल लंबे इस गौरवशाली सफर का अंत खुद कोहली ने एक भावुक इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए किया।
टेस्ट क्रिकेट के मैदानों में अपने जुनून, जज़्बे और शानदार रिकॉर्ड्स से इतिहास रचने वाले कोहली अब सिर्फ वनडे क्रिकेट में नज़र आएंगे। उनके इस फैसले ने करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को भावुक कर दिया है। इससे पहले रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन भी टेस्ट को अलविदा कह चुके हैं।
कोहली ने जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में आखिरी टेस्ट खेला। भले ही आखिरी पारी यादगार नहीं रही, लेकिन उनका करियर आंकड़ों से कहीं बढ़कर रहा — 123 टेस्ट, 9230 रन, 30 शतक, 31 अर्धशतक और 7 दोहरे शतक के साथ विराट टेस्ट क्रिकेट के महानायकों में शुमार हो गए।
उनकी कप्तानी भी सुनहरे अक्षरों में दर्ज की जाएगी। 68 टेस्ट में भारत का नेतृत्व करते हुए 40 मैचों में जीत दिलाई और भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 बनाया। जब विराट ने कप्तानी संभाली थी, टीम सातवें पायदान पर थी।
कोहली ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा:
“टेस्ट क्रिकेट ने मुझे परखा, संवारा और जिंदगी के वो सबक दिए जिन्हें मैं कभी नहीं भूलूंगा। इस फॉर्मेट से विदा लेना आसान नहीं, लेकिन यही सही समय है। मैं मुस्कुराते हुए इस अध्याय को अलविदा कहता हूं।”
विराट कोहली की टेस्ट पारी सिर्फ आंकड़ों की नहीं, एक जुनून की कहानी थी — जहां हर शतक में एक लड़ाई थी, हर जीत में एक आग थी। उन्होंने ऐसे दौर में टेस्ट क्रिकेट को नई जान दी जब दुनिया टी20 की ओर भाग रही थी।
सर विव रिचर्ड्स जैसे दिग्गज भी कोहली की क्लास और करिश्मे के कायल रहे हैं। विराट के जाने से टेस्ट क्रिकेट में एक युग का अंत हुआ है — लेकिन फैंस को इस बात का गर्व रहेगा कि उन्होंने कोहली का पूरा टेस्ट करियर अपनी आंखों से देखा।