हैदराबाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में तेलुगु भाषी राज्यों के दो नागरिकों की जान चली गई। हमले में हैदराबाद के मनीष रंजन और विशाखापट्टनम के चंद्रमौली की बेरहमी से हत्या कर दी गई।
मनीष रंजन, जो कोठी स्थित सब्सिडियरी इंटेलिजेंस ब्यूरो (SIB) में सेक्शन ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे, अपने परिवार के साथ छुट्टियों पर कश्मीर गए थे। परिजनों के मुताबिक, आतंकियों ने उनकी पहचान की पुष्टि करने के बाद उन्हें उनकी पत्नी और बच्चों के सामने गोली मार दी। मूल रूप से बिहार निवासी मनीष, काम के सिलसिले में लंबे समय से हैदराबाद में रह रहे थे।
दूसरी ओर, विशाखापट्टनम के सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी चंद्रमौली को भी हमलावरों ने निशाना बनाया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, उन्होंने जान बचाने की कोशिश की, लेकिन आतंकियों ने पीछा कर उन्हें भी गोली मार दी।
यह हमला न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि निर्दोष नागरिकों की जान लेने वाली बर्बरता को भी उजागर करता है। घटना के बाद तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में शोक की लहर है।