जेद्दाह। एएफसी चैम्पियंस लीग के सेमीफाइनल में अल-अहली ने मंगलवार को जेद्दाह में खेले गए शानदार मुकाबले में अल-हिलाल को 3-1 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस जीत के साथ अल-अहली अब अपने पहले एशियाई खिताब के बेहद करीब पहुंच चुका है।
फिरमिनो और टोनी की जोड़ी ने दिलाई बढ़त
मैच की शुरुआत में ही अल-अहली ने आक्रामक खेल दिखाया और 9वें मिनट में रॉबर्टो फिरमिनो ने शानदार गोल करके टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। यह गोल ब्राजीलियाई विंगर गेलेनो के बेहतरीन क्रॉस पर हुआ। इसके बाद 27वें मिनट में रियाद महरेज़ के पास पर इवान टोनी ने गोल दागा, जिसे पहले ऑफसाइड करार दिया गया था, लेकिन वीएआर जांच के बाद यह गोल सही पाया गया और स्कोर 2-0 हो गया।
पहले हाफ के अंतिम पलों में सालेम अल-दोसारी ने अल-हिलाल के लिए एक गोल करके स्कोर 2-1 किया, लेकिन दूसरे हाफ में खेल ने एक नया मोड़ लिया।
अल-हिलाल को पड़ा बड़ा झटका
60वें मिनट में कालिदू कुलीबाली को दूसरा येलो कार्ड मिला, जिसके बाद अल-हिलाल को 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा। यह घटना अल-अहली के लिए एक बड़ा मौका साबित हुई।
अल-अहली ने जीत को पक्का किया, फैंस में खुशी की लहर
अल-अहली ने तीसरा गोल करने की निरंतर कोशिश की और 85वें मिनट में पेनल्टी भी मिली, लेकिन यासीन बोनू ने फ्रैंक केसी की किक को शानदार तरीके से बचा लिया। हालांकि, इंजुरी टाइम में फेरास अल-ब्रीकान ने तीसरा गोल दागकर अल-अहली की जीत पक्की कर दी, जिससे घरेलू दर्शक खुशी से झूम उठे।
कोच जैस्ले ने टीम को सराहा
मैच के बाद अल-अहली के कोच माथियास जैस्ले ने कहा, “यह एक शानदार शाम थी। मैं अपनी पूरी टीम और हमारे फैंस पर गर्व महसूस करता हूं। यह जीत हमारी कड़ी मेहनत का परिणाम है।”
फाइनल में अब अल-नास्र या कावासाकी से मुकाबला
अब अल-अहली का सामना शनिवार को होने वाले फाइनल में या तो सऊदी क्लब अल-नास्र से होगा, या जापान के कावासाकी फ्रंटाले से, जो बुधवार को दूसरे सेमीफाइनल में भिड़ेंगे।