लीड्स। भारत और इंग्लैंड के बीच शुरू हो रही ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज से पहले आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने ‘एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी’ के जरिए दो क्रिकेट दिग्गजों – सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन – को सम्मानित किए जाने को बेहद गौरवपूर्ण पल बताया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की यह पांच मैचों की सीरीज सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि विरासत को सलाम करने का भी एक माध्यम है।
जय शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “भारत और इंग्लैंड के बीच नई डब्ल्यूटीसी चक्र की शुरुआत ‘एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी’ के साथ होना एक ऐतिहासिक क्षण है। दो लीजेंड्स को इस तरह से सम्मानित होते देखना शानदार अनुभव है। साथ ही पटौदी परिवार की विरासत को आगे बढ़ाते हुए पटौदी मेडल की शुरुआत भी उतनी ही खास है, जो हर सीरीज विजेता कप्तान को दिया जाएगा।”
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने इस खास ट्रॉफी का अनावरण किया, जिसमें सचिन और एंडरसन दोनों की छवियां और हस्ताक्षर शामिल हैं। यह ट्रॉफी सिर्फ एक पुरस्कार नहीं, बल्कि क्रिकेट इतिहास के दो महान अध्यायों का प्रतीक है।
बता दें कि भारत के लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में 200 मैच खेलते हुए 15,921 रन बनाए, जिसमें 51 शतक शामिल हैं। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 2,535 रन ठोके और हेडिंग्ले में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 193 रन रहा – जहां से शुक्रवार को नई सीरीज की शुरुआत हो रही है।
दूसरी ओर, जेम्स एंडरसन ने 188 टेस्ट में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करते हुए 704 विकेट झटके – जो टेस्ट क्रिकेट में तीसरा सर्वाधिक आंकड़ा है। भारत के खिलाफ उनका रिकॉर्ड भी शानदार रहा है, जिसमें उन्होंने 39 टेस्ट में 149 विकेट चटकाए, औसत 25.47 का रहा और छह बार उन्होंने पारी में पांच विकेट लिए।
अब जब पटौदी ट्रॉफी की परंपरा को ‘पटौदी मेडल’ में बदला गया है और ‘एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी’ के नाम से नई शुरुआत हो रही है, तो यह सीरीज सिर्फ एक मुकाबला नहीं, बल्कि क्रिकेट के दो महान सितारों को सलामी देने का एक खास मंच बन गया है।