तेहरान। इजराइल और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर उबाल पर है। इस बार इजराइल ने सीधे ईरान के धार्मिक और रणनीतिक रूप से अहम शहर कोम को निशाना बनाया है। यहां शुक्रवार देर रात एक रिहायशी इमारत पर हुए बम हमले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। मरने वालों में एक 16 वर्षीय किशोर भी शामिल है।
माना जा रहा है कि यह हमला उसी इलाके में हुआ है जहां फोर्डो ईंधन संवर्धन संयंत्र स्थित है—जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम का एक अत्यंत संवेदनशील हिस्सा है और पहाड़ के नीचे बना हुआ है।
इजराइल ने मानी नई हमलों की शुरुआत
अमेरिकी मीडिया नेटवर्क सीएनएन ने ईरान के सरकारी चैनलों के हवाले से इस हमले की पुष्टि की है। रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के तुरंत बाद इजरायली रक्षा बलों ने बयान जारी कर कहा कि ईरान में “हमलों की नई लहर” शुरू कर दी गई है।
घटना के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में कोम की एक बहुमंजिला इमारत की ऊपरी मंजिलों में आग लगी दिख रही है। बताया गया कि यह इमारत दक्षिण-पश्चिमी कोम में स्थित है और इसमें विस्फोट के बाद भयंकर आग लग गई।
कोम ईरान का धार्मिक गढ़ माना जाता है, और वहां इस तरह का हमला एक बड़ा संकेत माना जा रहा है कि इजराइल अब सीधे ईरान की मुख्य भूमि को भी टारगेट करने लगा है।
सवालों के घेरे में ईरानी सुरक्षा व्यवस्था
इस हमले ने न केवल ईरानी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी साफ कर दिया है कि इजराइल अब ईरान की परमाणु गतिविधियों के और करीब पहुंच रहा है।
स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है और इससे मध्य-पूर्व में तनाव का स्तर और बढ़ सकता है।