ईरान का बड़ा हमला: इजरायल की रिहायशी इमारतों पर मिसाइलों की बरसात, दो की मौत, 34 घायल

तेल अवीव। ईरान और इजरायल के बीच तनातनी अब सीधे आम लोगों की जान लेने लगी है। शनिवार को ईरान ने इजरायल के घनी आबादी वाले इलाकों पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला कर दिया, जिससे रिहायशी इमारतें थर्रा उठीं। हमले में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 34 अन्य घायल हुए हैं।

आपातकालीन चिकित्सा सेवा मेगन डेविड एडोम (MDA) ने बताया कि हमले के बाद मौके पर पहुंची मेडिकल टीमों ने जान बचाने की जद्दोजहद की। घायलों को वोल्फसन, शेबा तेल हाशोमर और शमीर-असफ हारोफेह जैसे प्रमुख अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मृतकों में एक करीब 60 वर्षीय महिला और 45 वर्षीय एक व्यक्ति शामिल है। वहीं, एक अन्य बुजुर्ग महिला की हालत नाजुक बनी हुई है।

एमडीए ने बताया कि हमलों से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी लोग प्रभावित हुए हैं। एंग्जायटी से पीड़ित कम से कम 13 लोगों को भी घटनास्थल से निकाला गया और उन्हें उचित इलाज मुहैया कराया गया।

सबसे ज्यादा तबाही इजरायल के प्रमुख महानगरीय क्षेत्र गुश दान में देखने को मिली। यहां करीब 60 से 65 वर्ष की उम्र के कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें शीबा और इचिलोव जैसे अस्पतालों में दाखिल कराया गया है। करीब 30 लोगों को मामूली चोटें आई हैं।

इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस हमले को ईरान की ओर से शुरू किए गए एक और बड़े सैन्य हमले की शुरुआत बताया है। हालिया हफ्तों में दोनों देशों के बीच शत्रुता खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। IDF और अन्य सुरक्षा एजेंसियां अब देशभर में हाई अलर्ट पर हैं, खासकर शहरी केंद्रों और संवेदनशील ठिकानों पर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।

स्थिति पर इजरायली सरकार की सख्त नजर बनी हुई है, जबकि आपातकालीन टीमें हर संभावित खतरे से निपटने को तैयार हैं। तनाव की यह आग कब शांत होगी, यह कहना मुश्किल है, लेकिन फिलहाल हालात बेहद गंभीर हैं।

SPRAY

फ्रांस में पहली बार स्थानीय स्तर पर फैला चिकनगुनिया, स्वास्थ्य एजेंसियां अलर्ट पर

एडेन मार्करम की ऐतिहासिक पारी से जीत की दहलीज पर दक्षिण अफ्रीका, लॉर्ड्स में रच सकता है नया इतिहास