नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जबरदस्त जवाब देते हुए भारत ने मंगलवार की आधी रात को पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर कहर बरपाया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक इस ऑपरेशन में भारतीय सेना और वायुसेना ने मिलकर जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के नौ ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया।
इस कार्रवाई में राफेल और सुखोई लड़ाकू विमानों से हैमर और स्कल्प मिसाइलों का प्रयोग किया गया। हमले इतने सटीक थे कि सीमापार किए बिना ही मुजफ्फराबाद, सियालकोट, कोटली, बहावलपुर जैसे आतंकी अड्डों को मटियामेट कर दिया गया। सबसे अहम बात यह रही कि इस ऑपरेशन में केवल आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया गया, आम नागरिकों या पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
सेना सूत्रों के अनुसार, बहावलपुर स्थित जैश का मुख्यालय, मुरीदके में लश्कर का बड़ा अड्डा, गुलपुर, कोटली और सियालकोट के पास स्थित कई खतरनाक आतंकी कैंप इस हमले में पूरी तरह ध्वस्त हो गए। गौरतलब है कि इन्हीं ठिकानों से भारत में कई बड़े आतंकी हमलों की साजिश रची गई थी, जिनमें 26/11 मुंबई हमला और हाल ही में हुआ बस हमला भी शामिल है।
भारत की इस निर्णायक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। ऑपरेशन के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री से बात कर पूरी कार्रवाई की जानकारी साझा की।
यह हमला ना सिर्फ भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन था, बल्कि उन सभी विधवा महिलाओं और शहीदों के सम्मान में भी था, जिनकी मांग का सिंदूर आतंकवाद ने छीना था। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह साफ संदेश दिया है कि भारत अब हर हमले का जवाब पूरी ताकत और सटीकता के साथ देगा।
