भोपाल। अगर आप खगोल विज्ञान में दिलचस्पी रखते हैं या सिर्फ आकाश में कुछ खास देखने के शौकीन हैं, तो आज की शाम आपके लिए बेहद खास होने वाली है। अक्षय तृतीया जैसे पावन अवसर पर आज जब आप पश्चिम दिशा में नजर उठाएंगे, तो चंद्रमा एक अद्भुत रूप में नजर आएगा — हंसियाकार, लेकिन पूरी तरह चमकदार।
इस अद्भुत खगोलीय घटना को ‘अर्थशाइन’ (Earthshine) कहा जाता है, और यह साल में सिर्फ दो बार देखने को मिलती है। विज्ञान प्रसारक और नेशनल अवॉर्ड विजेता सारिका घारू के मुताबिक, यह नज़ारा बिना किसी दूरबीन या यंत्र के भी खुली आंखों से देखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि आज शाम चंद्रमा का केवल 9.9 प्रतिशत भाग ही सूर्य की रोशनी से प्रकाशित होगा, लेकिन पृथ्वी से परावर्तित प्रकाश उसके बाकी हिस्से को भी हल्की रोशनी में नहला देगा। यही कारण है कि हमें चंद्रमा का गोल आकार भी साफ दिखाई देगा।
इस अद्भुत चमक को ‘दा विंची ग्लो’ (Da Vinci Glow) भी कहा जाता है। मशहूर वैज्ञानिक और कलाकार लियोनार्डो दा विंची ने 1510 के आसपास इस घटना को पहली बार स्केच के माध्यम से समझाया था।
सारिका कहती हैं, “जब आप आज रात चाँद की ओर देखें, तो याद रखें कि उसकी उस अनोखी चमक में आपकी धरती की रोशनी भी शामिल है।” इस मनमोहक नज़ारे को आप रात करीब 9:30 बजे तक देख सकते हैं, उसके बाद चंद्रमा क्षितिज के नीचे चला जाएगा।
तो आज की शाम अपनी नज़रों को आसमान की ओर ज़रूर मोड़िए — क्योंकि चाँद, आज धरती की रौशनी में मुस्कराएगा!