गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद युनूस द्वारा पूर्वोत्तर भारत के सात राज्यों को ‘लैंडलॉक्ड’ (सतह पर भूमि से घिरे) बताने और बांग्लादेश को उनका समुद्री मार्ग का संरक्षक बताने के बयान की कड़ी निंदा की है। मुख्यमंत्री ने इसे पूरी तरह से आपत्तिजनक और अस्वीकार्य बताया है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए इस बयान पर अपनी तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की। डॉ. सरमा ने कहा कि यह बयान भारत के रणनीतिक ‘चिकन नेक’ कॉरिडोर की संवेदनशीलता को उजागर करता है। उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक रूप से, कुछ तत्व इस गलियारे को तोड़कर पूर्वोत्तर को मुख्यभूमि से अलग करने की कोशिश कर चुके हैं, जो गंभीर सुरक्षा संबंधी चिंताओं का कारण बन सकता है। इसके साथ ही, उन्होंने इस क्षेत्र में मजबूत रेलवे और सड़क नेटवर्क के विकास की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकन नेक कॉरिडोर के भीतर और आसपास बेहतर कनेक्टिविटी के लिए नए इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण आवश्यक है, और इस गलियारे पर निर्भरता को कम करने के लिए वैकल्पिक मार्ग भी खोजे जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह चुनौतीपूर्ण तो है, लेकिन सही रणनीति और नवाचार के जरिए इसे संभव बनाया जा सकता है। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि मोहम्मद युनूस के इस भड़काऊ बयान को हल्के में न लिया जाए, क्योंकि यह गहरे रणनीतिक इरादों और लंबे समय से चल रहे एजेंडों को दर्शाता है।