ओटावा। कनाडा और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में आई ताजगी के बीच कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने अमेरिका के साथ चल रही व्यापार वार्ताओं को “जटिल” करार दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी और सभी व्यापारिक वार्ताएं खत्म करने की घोषणा के बाद कार्नी ने यह प्रतिक्रिया दी।
स्थानीय मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री कार्नी ने कहा, “हम इन जटिल वार्ताओं को कनाडा के लोगों के हित में आगे बढ़ा रहे हैं। यह एक नेगोशिएशन है और हम इसे जिम्मेदारी से निभा रहे हैं।”
दरअसल, शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा बयान देते हुए कनाडा के डिजिटल सर्विस टैक्स (DST) को अमेरिका पर ‘सीधा हमला’ बताया और इसके चलते सभी व्यापार वार्ताएं समाप्त करने की बात कही। ट्रंप का आरोप है कि कनाडा ने अमेरिकी टेक कंपनियों—जैसे अमेजन, गूगल, मेटा, उबर और एयरबीएनबी—पर 3% डिजिटल टैक्स लगाकर अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है।
यह टैक्स 30 जून से लागू हो रहा है और इसका असर सीधे अमेरिकी टेक कंपनियों पर पड़ेगा, क्योंकि यह टैक्स कनाडा में होने वाली डिजिटल कमाई पर लागू होगा।
ट्रंप प्रशासन कनाडा से टैरिफ हटाने की वार्ता भी कर रहा था, लेकिन अब इन वार्ताओं पर विराम लगने से आर्थिक अनिश्चितता और गहराती दिख रही है। इसका असर कनाडा की अर्थव्यवस्था पर भी नजर आ रहा है। स्टैटिस्टिक्स कनाडा की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल में कनाडा की जीडीपी में 0.1% की गिरावट दर्ज की गई है।
सबसे ज्यादा नुकसान ट्रांसपोर्ट सेक्टर को हुआ है, खासकर यात्री कारों और हल्के वाहनों के एक्सपोर्ट में। कनाडाई ऑटो निर्माताओं ने अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी में लगातार बदलाव और अनिश्चितता के कारण प्रोडक्शन में कटौती की है।
अब देखना होगा कि यह व्यापारिक तनातनी आगे क्या मोड़ लेती है और दोनों देश इसका क्या समाधान निकालते हैं।