अमेरिका और यूक्रेन के बीच बड़ा समझौता, जेलेंस्की खनिज भंडार देने को राजी, ट्रंप करेंगे पुनर्निर्माण में सहयोग

कीव। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूक्रेन ने एक महत्वपूर्ण समझौते पर सहमति बना ली है, जिसके तहत यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की अमेरिका को देश का बहुमूल्य खनिज भंडार सौंपने के लिए तैयार हो गए हैं। इसके बदले में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्धग्रस्त यूक्रेन के पुनर्निर्माण में सहयोग देने का वादा कर चुके हैं।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, इस समझौते के मसौदे से सभी विवादास्पद बिंदुओं को हटा दिया गया है ताकि दोनों पक्षों में से किसी को भी आपत्ति न हो। हालांकि, अमेरिका की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, जेलेंस्की जल्द ही वाशिंगटन की यात्रा कर सकते हैं। ट्रंप ने मंगलवार को संकेत दिया कि जेलेंस्की शुक्रवार को अमेरिका आ सकते हैं। उन्होंने ओवल ऑफिस में कहा, “उनका आना अच्छा रहेगा। हम मिलकर इस समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहेंगे। यह अमेरिका के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।”

इससे पहले, सोमवार को यह खबर आई थी कि यूक्रेन अमेरिका को अपने दुर्लभ खनिज संसाधनों का बड़ा हिस्सा सौंपने के बदले पुनर्निर्माण के लिए आर्थिक सहायता चाहता है। सूत्रों के मुताबिक, समझौते के मसौदे में शामिल कुछ सुरक्षा शर्तों पर अमेरिकी अधिकारियों ने आपत्ति जताई थी।

खनिज भंडार को लेकर क्यों अहम है यह सौदा?
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन से पहले दी गई सहायता के बदले उसके खनिज संसाधनों में 500 बिलियन डॉलर की हिस्सेदारी मांगी थी, जिसे जेलेंस्की ने अस्वीकार कर दिया था। उल्लेखनीय है कि यूक्रेन के पास दुनिया के लगभग 5% दुर्लभ खनिज संसाधन हैं, जिनमें शामिल हैं:

🔹 19 मिलियन टन से अधिक ग्रेफाइट, जिसका उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों में किया जाता है।
🔹 यूरोप के कुल लिथियम भंडार का एक-तिहाई हिस्सा, जो बैटरियों के निर्माण में जरूरी होता है।
🔹 वैश्विक स्तर पर 7% टाइटेनियम उत्पादन, जिसका उपयोग हवाई जहाज, बिजली संयंत्र और अन्य उद्योगों में किया जाता है।
🔹 दुर्लभ धातुओं (Rare Earth Metals) के महत्वपूर्ण भंडार, जिनका उपयोग आधुनिक हथियारों, इलेक्ट्रॉनिक्स और पवन टर्बाइनों में किया जाता है।

हालांकि, कुछ खनिज संसाधनों पर रूस का नियंत्रण है। यूक्रेनी वित्त मंत्री यूलिया स्विरीडेन्को के अनुसार, रूस के कब्जे वाले क्षेत्रों में लगभग 350 बिलियन डॉलर मूल्य के खनिज संसाधन हैं।

इस समझौते के जरिए अमेरिका और यूक्रेन आर्थिक और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि यूक्रेन अपने युद्ध-प्रभावित बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए वैश्विक समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहा है।

अब व्हाइट हाउस करेगा फैसला, ट्रंप के दौरे में कितने पत्रकार होंगे

बिहार विधानमंडल का बजट सत्र कल से